दुर्ग- जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग, की 109वाँ वार्षिक साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को दोपहर 12 बजे बैंक के प्रधान कार्यालय दुर्ग में बैंक के प्राधिकृत अधिकारी एवं दुर्ग कलेक्टर ऋचाप्रकाष चौधरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में बैंक से सम्बद्ध सहकारी समितियों के बैंक प्रतिनिधियों ने आमसभा में भाग लिया। आमसभा की कार्यवाही प्रारंभ करते हुए प्राधिकृत अधिकारी द्वारा बैंक के प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि वर्ष 2023-24 में बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक एवं नाबार्ड के निर्धारित मापदण्डों के अनुसार अंकेक्षण में ‘‘अ’’ वर्ग प्राप्त किया है।
आमसभा में बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीकांत चन्द्राकर ने बैंक के वार्षिक प्रतिवेदनो का वाचन किया जिसमें बैंक ने वर्ष 2023-24 में राषि 140.54 करोड़ का सकल लाभ अर्जित किया है, जो बैंक के इतिहास में किसी एक वर्ष में सर्वाधिक लाभ है। बैंक द्वारा सभी आवष्यक प्रावधान करते हुए शुद्ध लाभ 44.01 करोड़ अर्जित किया। बैंक द्वारा अपने सदस्य समितियों को 9.94 करोड़ रु. लाभांष भुगतान करने का निर्णय वार्षिक आमसभा में लिया गया। पूर्ववर्ती जिला सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के वितरित ऋणों के लिए एकमुष्त समझौता योजना 2024 लागू किया गया है, जिसमें 240 कृषकों की 2.06 करोड़ अधिभारित ब्याज छूट की राषि प्रदाय की पुष्टि की गयी है। कर्मचारियों को एक्सग्रेसिया राषि दिये जाने का सिफारिष किया गया।आमसभा में रखे गये प्रस्तावों की सर्व सम्मति से स्वीकृति उपस्थित प्रतिनिधियों द्वारा दी गयी। बैंक प्रतिनिधी रमाकांत द्विवेदी, योगेन्द्र दिल्लीवार द्वारा आमसभा में अपने-अपने विचार रखे गये।
इस अवसर पर अंषु गोयल डीडीएम नाबार्ड, संदीप कुमार भोई उप संचालक कृषि, एस.के.निवसरकर, राजेन्द्र रामटेके, ए.एस.खान, लक्ष्मीनारायण चन्द्राकर, डी.बी.ठाकुर, एस.पी.वाहने, के.के.नायक, धीरेन्द्र देवांगन, आर.के.मोहनमाला, रामकुमार वर्मा, दयानंद साहू, राकेष सैनिक, संजय चौबे, विनय राजपुत, अषोक ढोबले, एच.डी.मैत्री, जग्गूराम युद, सहित कृषि व गैर कृषि साख सहकारी समितियों के बैंक प्रतिनिधि प्रमुख रुप से उपस्थित रहें।