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दुर्ग सती चौरा मंदिर में भव्य कलश यात्रा; CM भूपेश हुए शामिल…शतचंडी महायज्ञ शुरू, CM ने दर्शन कर प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की…..

 

भक्ति और शक्ति के पर्व नवरात्र के पहले दिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग पहुंचे. जहां उन्होंने गंजपारा के सतीचौरा में दुर्गा मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की और ज्योति कलश के दर्शन किए.

मां दुर्गा की आरती की और सतीचौरा में चल रहे विशेष शतचंडी महायज्ञ में भी हिस्सा लिया और यज्ञ में आहुतियां भी डाली. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की खुशहाली की कामना के लिए मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना की इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ विधायक देवेंद्र यादव सहित तमाम कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहे.

कुंवार नवरात्र पर्व के पावन अवसर पर 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर में आयोजित 9 कुंडीय शतचंडी महायज्ञ में प्रथम दिवस ऐतहासिक कलश यात्रा निकाली गयी, कलश यात्रा में महिलाएं 1008 कलश लेकर शिवनाथ नदी तट से यज्ञ स्थल दुर्गा मंदिर गंजपारा का भ्रमण करते हुए पहुँची।

9 कुण्डिय शतचंडी महायज्ञ के प्रथम दिवस छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यज्ञ में आहुति डालने पहुँचे। मुख्यमंत्री सबसे पहले माता जी की मन्दिर जाकर पूजा अर्चना किये, तत्तपश्चात सत्त्ती माता की पूजा अर्चना किये, तत्तपश्चात यज्ञ के नियम अनुसार धोती पहनकर यज्ञ में आहुति डालने यज्ञ मंडप गये तत्तपश्चात समित्ति के सदस्यों ने स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री का धन्यवाद व्यक्त किया।

कलश यात्रा में सर्वप्रथम शिवनाथ नदी तट पर अलग अलग प्रदेश से आये हुए विद्वान आचार्यों द्वारा यजमान शुद्धिकरण, यजमान पूजन कराया गया, यज्ञ के प्रमुख यज्ञाचार्य दिवाकर शास्त्री के सानिध्य में पूरे यज्ञ का पूजन एवं हवन कार्य होगा, जिसमें आज प्रथम दिवस यजमान पूजन, कलश पूजन, यज्ञ मंडप पूजन ततपश्चात दोपहर 3 बजे से हवन पूजन प्रारंभ किया गया।

समिति के योगेन्द्र शर्मा बंटी ने बताया कि कलश यात्रा में पूरे शहर के विभिन्न स्थानों वार्डो से 1008 कलशों की शोभायात्रा निकाली गयी, कलश यात्रा में कलश के साथ साथ बैंड बाजा के साथ माता दुर्गा जी की उत्सव मूर्ति एवं यज्ञाचार्य जी की घोड़े की बग्गी साथ थी। आज 9 कुण्डिय शतचंडी महायज्ञ के प्रथम दिवस छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यज्ञ में आहुति डालने पहुँचे। मुख्यमंत्री सबसे पहले माता जी की मन्दिर जाकर पूजा अर्चना किये, तत्तपश्चात सत्त्ती माता की पूजा अर्चना किये, तत्तपश्चात यज्ञ के नियम अनुसार धोती पहनकर यज्ञ में आहुति डालने यज्ञ मंडप गये तत्तपश्चात समित्ति के सदस्यों ने स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री का धन्यवाद व्यक्त किया।

 

 

The Samachaar

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