क्या होता है सीजफायर?, जिस पर भारत और पाकिस्तान हुए सहमत, जानिए आगे क्या होगा
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने सीजफायर का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से संघर्षविराम पर सहमति जताई है. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना हमेशा क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किए हैं.

India Pakistan Ceasefire: पहलगाम आंतकी हमले (Pahalgam Terror Attack)और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों के तनाव के बाद सीजफायर (Ceasefire) की घोषणा की गई है. पाक के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार (Ishaq Dar) ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके बताया कि भारत और पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से संघर्षविराम पर सहमति जताई है. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना हमेशा क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने किया ट्वीट
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट एक्स के जरिए जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी रात की बातचीत के बाद मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूरी तरह और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं. दोनों देशों को समझदारी भरा फैसला लेने पर बधाई.
‘पाक DGMO ने किया फोन’
वहीं भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी देते हुए बताया कि, “पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया. उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 17:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे. आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं. सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12:00 बजे फिर से बात करेंगे.”
बता दें कि आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के भारत के बड़े कदम के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारतीय पोस्ट और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 6 एयरबेस को तबाह कर दिया. वहीं भारत ने पाकिस्तान के 8 से अधिक सैन्य ठिकानों को भी तबाह कर दिया था.
क्या होता है सीजफायर?
सीजफायर को संघर्ष विराम भी कहा जाता है. इसे सैन्य समझौते तौर पर समझा जाता है. इसका प्राथमिक उद्देश्य युद्ध और युद्ध जैसे हालात को खत्म किया जाए. दो देशों के बीच ये लागू किया जाता है. ये इलाके में शांति बहाली के लिए लागू किया जाता है. इस समझौते के तहत किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई पर रोक रहती है.
सीजफायर की घोषणा से शांति कायम करने और संघर्ष के समय दो देशों के बीच बातचीत का भी माहौल तैयार होता है. बातचीत और समझौते को लेकर इसे दो देशों के बीच इसे लागू किया जाता है. सीजफायर की छोटी अवधि के लिए भी हो सकता है और लंबी अवधि के लिए भी.