राजधानी में गूंजे गुरु नानक के जयकारे, 555वें प्रकाश पर्व को लेकर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा!
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के अवसर पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई. जब यह यात्रा RSS ऑफिस पहुंची तो यहां कार्यकर्ताओं ने पालकी साहब में पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लिया.
रायपुर – रायपुर में सिखों के पहले गुरु गुरु नानक देव के 555वें प्रकाश पर्व के आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इस मौके पर गुरुवार को शोभा यात्रा-प्रभात फेरी निकाली गई. यह यात्रा जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यालय जागृति मंडल में पहुंची तो कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया. इस मौके पर गुरु नानक देव जी के जीवन कृतित्व को व्यक्त करने वाले प्रेरक कीर्तन भी प्रस्तुत किए गए.
शोभा यात्रा-प्रभात फेरी का आयोजन
गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के निमित्त रायपुर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यालय जागृति मंडल में शोभा यात्रा-प्रभात फेरी का भव्य स्वागत किया गया. यहां गुरु नानक देव जी के जीवन कृतित्व को व्यक्त करने वाले अत्यंत प्रेरक कीर्तन प्रस्तुत किए गए. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने पालकी साहब में पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद भी लिया.
‘संपूर्ण समाज को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत’
इस मौके पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रांत संघचालक टोपलाल वर्मा ने कहा- ‘गुरु नानक देवजी का संपूर्ण जीवन हिंदुत्व और धर्म की रक्षा में बीता. आज संपूर्ण समाज को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र हित में कार्य करने की आवश्यकता है. गुरु नानक देव भारत मां के सच्चे सुपुत्र व प्रेरणापुंज हैं.’
कार्यकर्ताओं ने अर्पित किए फूल
इस मौके पर बड़ी संख्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने पालकी साहब में पुष्प अर्पित कर उनके बताए मार्ग पर चलते हुए राष्ट्रहित में कार्य करने की मंगलकामना की. प्रभात फेरी के अवसर पर नारायण नामेदव द्वारा प्रस्तुत गीत ‘पीता वारया ते लाल चारो वारे ओ हिंदू तेरी शान….’ ने लोगों को राष्ट्रभक्ति के रंग में रंग दिया.
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ प्रचारक शांताराम सर्राफ, प्रांत कार्यवाह चंद्रशेखर देवांगन जी, प्रांत प्रचारकअभय राम वर्मा, सह प्रांत प्रचारक नारायण नामदेव, सह प्रांत प्रचार प्रमुख संजय तिवारी, महानगर संघचालक घनश्याम बिड़ला जी, सज्जन सिंह, जागीर सिंह, कुलविंदर सिंह तथा ज्ञानी सिंह समेत बड़ी संख्या में संघ के कार्यकर्ता व समाजसेवी उपस्थित रहे.