डोनाल्ड ट्रम्प का प्रारंभिक जीवन और करियर
डोनाल्ड ट्रम्प का जन्म 14 जून 1946 को न्यूयॉर्क शहर में हुआ। वे फ्रैेड ट्रम्प और मैरी ए. ट्रम्प के चार बच्चों में से एक हैं। उनके पिता, फ्रैेड, एक प्रसिद्ध रियल एस्टेट डेवलपर थे, जिन्होंने अपने करियर में कई प्रमुख संपत्तियों का विकास किया। डोनाल्ड ने अपने प्रारंभिक जीवन में ही अपने पिता के व्यवसाय में रुचि दिखाई। उनका पालन-पोषण क्वीनज़ के जैक्सन हाइट्स में हुआ, जहां उन्होंने अपने परिवार के मूल्यों और व्यापारिक उपक्रमों को समझना शुरू किया।
ट्रम्प ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा क्वीनज़ के एक स्थानीय स्कूल से प्राप्त की, और बाद में डोनाल्ड ट्रम्प विश्वविद्यालय में स्थानांतरित हो गए, जहां उन्होंने व्यापार का अध्ययन किया। उन्होंने पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएट डिग्री हासिल की। शिक्षण के दौरान ही वे अपने पिता के व्यवसाय को लेकर सक्रिय होने लगे और अपने साक्षात्कारों में बताया कि उन्होंने अपने पिता से रियल एस्टेट की दुनिया के बारे में महत्वपूर्ण शिक्षा हासिल की।
करियर के प्रारंभिक चरण में, ट्रम्प ने अपने पिता के व्यवसाय में काम करना शुरू किया, जहां उनकी समझ और प्रबंधन कौशल ने उन्हें तेजी से आगे बढ़ने का अवसर दिया। उन्होंने अपने पहले बड़े प्रोजेक्ट के रूप में 1974 में कोविंगटन टॉवर्स को संभाला, जो विस्तार और नवाचार के लिए प्रसिद्ध हुआ। इस परियोजना ने उन्हें खुद का साम्राज्य स्थापित करने के प्रति प्रेरित किया। धीरे-धीरे, ट्रम्प ने विभिन्न रियल एस्टेट व्यवसायों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और एक प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर के रूप में पहचान बनाई, जिसका प्रभाव आज भी जारी है।
राजनीतिक सफर और राष्ट्रपति चुनाव 2016
डोनाल्ड ट्रम्प का राजनीतिक सफर 2016 में राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने के साथ एक नई दिशा में मुड़ा। उन्होंने अपनी राजनीति के प्रारंभिक चरण में ही सही, तत्पश्चात रिपब्लिकन पार्टी की प्राथमिक चुनावों में प्रवेश किया। ट्रम्प का राजनीतिक अभियान उनकी अनूठी शैली और विचारधारा के कारण तेजी से लोकप्रियता हासिल करने में सफल रहा। उनके प्रचार में खासतौर पर अमेरिका में चलने वाली सरकारी नीतियों और आर्थिक असमानता पर जोर दिया गया। ट्रम्प ने अपने संदेशों में अमेरिका को फिर से महान बनाने, अवैध आव्रजन को रोकने, और घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करने का वादा किया।
ट्रम्प के अभियानों में उनकी परवरिश, व्यवसायिक अनुभव, और उनके टेलीविजन शो “द अप्रेंटिस” की प्रसिद्धि ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके खुले, अक्सर विवादास्पद बयानों ने मीडिया का ध्यान अपने अधिकार में लिया, जिससे उन्हें व्यापक प्रचार मिला। यह उनकी अपार प्रसिद्धि का एक हिस्सा था, जिसने उन्हें एक नये प्रकार के राजनेता के रूप में स्थापित किया, जो पारंपरिक राजनैतिक आचार विचारों से इतर धारा में काम करता था।
2016 की राष्ट्रपति चुनावी दौड़ में, ट्रम्प ने हिलेरी क्लिंटन को हराकर एक महत्वपूर्ण विजय हासिल की। उनकी जीत ने अमेरिका में विभाजन का एक नया दौर शुरू किया, जहाँ उनके समर्थकों ने उन्हें नये बदलाव का प्रतीक माना, जबकि विपक्ष ने उन पर घातक विचारधाराओं को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। ट्रम्प के चुनाव प्रचार का केंद्र बिंदु न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि थी, बल्कि उन्होंने विभिन्न सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर अपने विचारों को स्पष्ट रूप से रखा, जो उन्हें व्यापक जनसमर्थन दिलाने में सहायक रहा।
डोनाल्ड ट्रम्प की दूसरी बार राष्ट्रपति बनने की यात्रा
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी दूसरी बार राष्ट्रपति बनने की यात्रा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। 2024 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए उनका चुनावी अभियान वर्ष 2023 में प्रारंभ हुआ। ट्रम्प ने अपने अभियान की शुरुआत अपने समर्थन आधार को मजबूत करने के लिए तत्कालीन प्राथमिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया, जैसे कि अर्थव्यवस्था, सीमा सुरक्षा, और स्वास्थ्य देखभाल। उन्होंने अमेरिका की पहले वह मुहिम को फिर से जीवित किया, जिसमें उन्होंने विदेशी नीति, विशेष रूप से चीन और दूसरे देशों के साथ व्यापार संतुलन के मुद्दों को उठाया।
उनका पहला कार्यकाल कई विवादों के बीच गुज़रा था, लेकिन उनके समर्थकों का मानना था कि उन्होंने अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने, नौकरियों का सृजन करने और टैक्स में कटौती करने के कारण देश को आगे बढ़ाया। यह उनके द्वारा অর্জित कुशल नीतियों पर फोकस करने का परिणाम था। ट्रम्प ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अपने प्रचार की शैली को भी पहले से भी अधिक स्पष्ट और आक्रामक रखा।
चुनाव के समीकरण में ट्रम्प की सबसे बड़ी चुनौती अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वियों को मात देना था, जिनकी नीतियाँ और दृष्टिकोण जनता के एक बड़े वर्ग को आकर्षित कर सकते थे। चुनावी सर्वेक्षणों के अनुसार, जब ट्रम्प ने अपने आधार को सहारा दिया, तो उन्हें अपनी फिर से उम्मीदवारी के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ मिलीं। सर्वेक्षणों में यह भी देखा गया कि उनकी नीतियों का समर्थन करने वालों की संख्या में वृद्धि हुई, जो उनके विकल्पों को सशक्त करता था।
ट्रम्प की सक्रियता और उग्र शैली ने उनके प्रशंसकों को जोड़े रखा। इस प्रकार, यह स्पष्ट साबित हुआ कि उन्होंने कई राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों का सही समय पर उपयोग किया, जिससे उन्हें राष्ट्रपति पद पर पुनः लौटने में मदद मिली। उनकी यात्रा केवल चुनावी अभियान की नहीं, बल्कि अपने समर्थकों का मनोबल बनाए रखने और उनमें विश्वास जगाने की भी थी।
ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के प्रभाव और नीतियां
डोनाल्ड ट्रम्प की दूसरी बार राष्ट्रपति बनने से अमेरिका की आर्थिकी, विदेश नीति, और सामाजिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। उनके प्रशासन की कई नीतियों ने पहले से स्थापित मानकों को चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव हुए। ट्रम्प ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान व्यावसायिक विकास को प्राथमिकता दी और श्रम बाजार में नियुक्तियों को बढ़ाने के लिए टैक्स में कटौती और अनुकूलन के उपाय लागू किए। यह आर्थिक नीति न केवल छोटे व्यवसायों के लिए फायदेमंद थी बल्कि यह समग्र आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध हुई।
हालांकि, ट्रम्प की आर्थिकी नीतियों से कुछ आलोचना भी हुई। बहुत से विशेषज्ञों का मानना था कि उनकी नीति से बढ़ती असमानता और राष्ट्रीय ऋण में वृद्धि हुई। यही नहीं, उनकी व्यापार नीतियों, विशेषकर चीन के साथ व्यापार युद्ध के कारण कई उद्योगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। ऐसे में, यह आवश्यक हो गया कि प्रशासन की सफलता और विफलताओं का सही-सही आंकलन किया जाए।
विदेश नीति के दृष्टिकोण से, ट्रम्प के प्रशासन ने अमेरिका का वैश्विक प्रोफ़ाइल को पुनः निर्धारित किया। उन्होंने कुछ बहुपरकारी समझौतों से अमेरिका को बाहर किया, जैसे कि पेरिस जलवायु समझौता, और नाटो देशों के साथ वित्तीय योगदान के मुद्दे पर अलगाव की नीति अपनाई। इसके विपरीत, उनके प्रशासन ने कुछ देशों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने का प्रयास किया, जैसे कि इज़राइल और अन्य अरब राज्यों के साथ इब्राहीमी समझौते।
सामाजिक मुद्दों पर भी ट्रम्प का प्रशासन प्रभावी रहा, जहाँ उन्होंने विभिन्न विवादास्पद नीतियों को लागू किया, जिनमें आप्रवासी नीति और स्वास्थ्य देखभाल के संबंध में निर्णय शामिल थे। यह कहना उचित होगा कि ट्रम्प का दूसरा कार्यकाल अमेरिका की आर्थिकी और कूटनीति पर एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ गया, जो आगामी वर्षों में विभिन्न रणनीतियों और नीतियों के विकास को प्रभावित करेगा।