CMHO कार्यालय के खिलाफ शिकायत, 2 माह मुफ्त में करवाया काम और अब नौकरी से किया बाहर… कलेक्टर से गुहार लगाने पहुंची नर्सेज
दुर्ग – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में स्टाफ नर्स की नियुक्ति में कथित गड़बड़ी का मामला अब कलेक्टर के पास पहुंच गया है। सोमवार को पहले सेवारत व नियुक्ति से वंचित स्टाफ नर्सों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि संविदा अवधि खत्म होने के बाद भी 2 माह तक इस आश्वासन पर काम कराया गया कि उनकी संविदा बढ़ाई जाएगी। इस दो माह का वेतन भी नहीं दिया गया और अब मेरिट सूची के निचले क्रम के अभ्यर्थियों को उनकी जगह नई नियुक्ति दे दी आई है। स्टाफ नर्स ने शिकायतों के बाद भी कोई भी कार्रवाई नहीं होने की भी शिकायत दर्ज कराई।
कलेक्टोरेट पहुंची स्टाफ नर्सों ने बताया कि नवंबर 2022 में उन्हें सीएमएचओ कार्यालय द्वारा संविदा नियुक्ति दी गई थी। नियुक्ति के बाद उनकी ड्यूटी हाट बाजार क्लीनिकों में लगाई गई थी। यह नियुक्ति 31 मार्च 2023 तक के लिए किया गया था। संविदा की मियाद खत्म होने के बाद सभी 9 स्टाफ नर्स को मौखिक रूप से जल्द संविधा बढ़ाने संबंधी आदेश जारी करने का आश्वासन देकर ड्यूटी जारी रखने का निर्देश दिया गया। इस पर सभी ने दो माह तक नियमानुसार ड्यूटी दी। स्टाफ नर्सों ने बताया कि मौखिक आदेश के आधार पर किए गए दो माह के कार्य का वेतन भी अब तक नहीं दिया गया, वहीं अब उक्त पदों पर दूसरे अभ्यर्थियों की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया गया।
बिना विज्ञापन भर्ती, मेरिट लिस्ट में अनदेखी
अभ्यर्थियों ने बताया सीएमएचओ कार्यालय द्वारा बिना विज्ञापन के ही नई नियुक्तियां कर ली गई हैं, जबकि नियमानुसार विज्ञापन का प्रावधान है। स्टाफ नर्सों ने बताया कि इससे पहले 101 स्टाफ नर्स की मेरिट सूची जारी की गई थी। यह मेरिट सूची अब भी जीवित है। नियमानुसार मेरिट सूची निरस्त कर विज्ञापन जारी कर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की भर्ती किया जाना था।
निचले क्रम के सभी नवनियुक्त अभ्यर्थी
स्टाफ नर्सों ने बताया कि सीएमएचओ कार्यालय से जिन लोगों की नई नियुक्ति की गई है, वे सभी 101 लोगों की पूर्व की मेरिट सूची में कि अब तक कार्य कर रहीं सभी स्टाफ नर्स से निचले क्रम में हैं। ऐसे में यदि इस मेरिट सूची के आधार पर नियुक्ति दी गई है तो नियमानुसार ऊपरी क्रम में नाम होने के कारण उन्हें पहले मौका दिया जाना था।