
बालोद – उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले में अब तक 568.20 मि.मि. वर्षा हुई है, जो गतवर्ष की तुलना में 722.90 मि.मि. से 78 प्रतिशत है। खरीफ वर्ष 2025 में क्षेत्राच्छादन का 1,80,215 हेक्टेयर लक्ष्य निर्धारित है। जिसके विरुद्ध अब तक 1,71,966 हेक्टेयर में बोनी की जा चुकी है, जिसमें धान बोता 1,44,300 हेक्टेयर, रोपा 26,295 हेक्टेयर सहित कुल धान 1,70, 595 हेक्टेयर, मक्का 50 हेक्टेयर, कोदो 196 हेक्टेयर, अरहर 129 हेक्टेयर , उड़द 117 हेक्टेयर, मूंग 36 हेक्टेयर, कुल्थी 10 हेक्टेयर, तिल 41 हेक्टेयर तथा सब्जी 767 हेक्टेयर सहित कुल 1,71,966 हेक्टेयर में बोनी पूर्ण हो चुकी है, जो लक्ष्य से 95 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि जुलाई माह में अच्छी बारिश होने से खरीफ फसलों की स्थिति अच्छी पाई गई है। जिले में खरीफ बीज वितरण हेतु कुल 56,929 क्विंटल लक्ष्य निर्धारित है, जिसके विरुद्ध धान 59,344 क्विंटल भण्डारण किया गया है। अब तक धान बीज का 52,957 क्विंटल वितरण किया गया है। इसके अतिरिक्त जिले में कोदो बीज 60.16 क्विंटल, अरहर 166.44 विक्ंटल, उड़द 10.88 क्विंटल, 04 क्विंटल, कुल दलहन बीज 53.158 क्विंटल बीज का वितरण किया गया है, जो लक्ष्य 56,929 क्विंटल के विरूद्ध वितरण 93 प्रतिशत है।
खरीफ मौसम में किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से शून्य प्रतिशत व्याज पर कृषि ऋण, बीज एवं उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है। जिले के सहकारी समितियों में यूरिया 14,772 मेट्रिक टन, डी.ए.पी. 4,795 मेट्रिक टन, एम.ओ.पी. 4,217 मेट्रिक टन, एस.एस.पी. 8,614 मेट्रिक टन एवं एन.पी.के. 6,365 मेट्रिक टन कुल 38,761 मेट्रिक टन उर्वरकों का भण्डारण कराया जाकर अद्यतन 35,505 मेट्रिक टन उर्वरकों का वितरण कृषकों को किया जा चुका है, जो भण्डारण के विरुद्ध वितरण 91 प्रतिशत है। कृषकों द्वारा डी.ए.पी. की मांग को ध्यान मे रखते हुए डी.ए.पी. के स्थान पर वैकल्पिक उर्वरकों जैसे एस.एस.पी., एन.पी.के. (12ः32ः16, 20ः20ः0ः13, 28ः28ः0, 16ः16ः16 एवं अन्य) के माध्यम से पूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। कृषकों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं उर्वरक उपलब्ध हो यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बीज एवं उर्वरक के नमूने अधिसूचित परीक्षण प्रयोगशाला को परीक्षण हेतु प्रेषित किया जा रहा है। परीक्षण परिणाम अमानक पाए जाने पर नियमानुसार प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जा रही है।