स्वर कोकिला लता मंगेशकर की 95वीं जयंती पर रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने दी अनोखी श्रद्धांजलि
आज महान गायिका लता मंगेशकर की 95वीं जयंती है। 1929 में जन्मी लता मंगेशकर ने अपनी सुरमई आवाज़ से भारतीय संगीत को दशकों तक समृद्ध किया और अपने अनगिनत गीतों से लोगों के दिलों में छाप छोड़ी। उन्हें प्यार से स्वर कोकिला कहा जाता है और उनकी गायकी ने भारतीय संगीत जगत में एक नया आयाम स्थापित किया।
इस विशेष अवसर पर प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने पुरी समुद्र तट पर लता मंगेशकर की अद्भुत रेत कलाकृति बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पटनायक ने अपनी अनोखी कलाकृति में लता जी के चेहरे की सुंदरता और उनके संगीत के जादू को बखूबी उकेरा, जो उनके प्रति सम्मान और स्नेह का प्रतीक है।
लता मंगेशकर ने अपने संगीत करियर में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं और भारतीय फिल्म संगीत में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनकी जयंती पर देशभर में संगीत प्रेमियों ने उन्हें याद किया और उनके अमर गीतों को सुनकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।