– कवर्धा मामले में सरकार का बड़ा एक्शन
– एसपी और कलेक्टर को हटाया गया
– पुलिसकर्मियों के वीडियो हुए थे वायरल
– पुलिस कस्टडी में हुई थी प्रशांत साहू की मौत
रायपुर : कवर्धा जिले में पुलिस कस्टडी में प्रशांत साहू की मौत के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत तेज है। विपक्ष सरकार के खिलाफ हमलावर है वहीं, इस मामले में सरकार ने भी बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार रात को कवर्धा जिले के एसपी अभिषेक पल्लव को हटा दिया गया है। एसपी के साथ कलेक्टर को भी हटाया गया है। एसपी अभिषेक पल्लव अपनी पूछताछ की शैली के लिए पूरे प्रदेश में फेमस हैं।
क्या है पूरा मामला –
दरअसल, छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के लोहारीडीह गांव में शिवप्रसाद साहू की मौत के बाद पथराव और आगजनी की घटना हुई। आगजनी की घटना में बीजेपी नेता और उपसरपंच रघुनाथ साहू की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई की। पुलिस ने मामले में कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया और आरोपियों को जेल में डाला। इस घटना में नया मोड तब आया जब एक आरोपी प्रशांत साहू की पुलिस थाने में मौत हो गई।
पुलिस के खिलाफ लगे आरोप –
इस पूरे मामले में विपक्ष ने पुलिस की शैली पर आरोप लगाए। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान सोशल मीडिया में एक वीडियो भी वायरल हुआ। जिसमें एसपी अभिषेक पल्लव के सामने पुलिसकर्मी ग्रामीणों की दौड़ा-दौकर पिटाई कर रहे हैं। इस वीडियो को कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने शेयर किया और पुलिस पर हमला बोला।
गृहमंत्री का जिला है कवर्धा –
कवर्धा छत्तीसगढ़ के डेप्युटी सीएम और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा का जिला है। सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद प्रशांत साहू की मौत का मामला सामने आया। प्रशांत साहू के परिजनों ने आरोप लगाया कि प्रशांत साहू की मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई है। हालांकि पुलिस ने अपना बचाव करते हुए कहा कि प्रशांत साहू को मिर्गी के दौरे आते थे। बीमारी के बाद उसका इलाज कराया गया था पिटाई के कारण उसकी मौत नहीं हुई।
कांग्रेस ने वीडियो किया था शेयर –
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में हुई हिंसा के बाद सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एसपी अभिषेक पल्लव को हटा दिया है। अभिषेक पल्लव का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उनके सामने पुलिसकर्मी ग्रामीणों की पिटाई करते नजर आ रहे थे। कांग्रेस ने पुलिस की बर्बरता के कई वीडियो शेयर किए थे।