कामधेनु विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ,मंत्री रामविचार नेताम रहें मौजूद!

दुर्ग – दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग में *अधिष्ठाता एवं कार्यकारी कुलपति डॉ.संजय शाक्य* की अध्यक्षता में इंडियन वेटनरी एसोसियेशन तथा इंडियन मेडिकल एसोसियेशन के संयुक्त तत्वाधान में *“स्ट्रेन्दनिंग वन हेल्थ सिनर्जीः कॅाम्बेटिंग एण्टीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस (ए.एम.आर.) थ्रु क्रॉस सेक्टोरियल इनोवेशन एण्ड इंटीग्रेशन“* विषय पर दो दिवसीय *राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन 06 अक्टूबर 2025* को दीप प्रज्वलन एवं विश्वविद्यालय कुल गीत से किया गया।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि *श्री रामविचार नेताम जी* , मान. मंत्री छ.ग.शासन आदिम जाति विकास, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी, मछली पालन, पशुधन विकास, विशिष्ट अतिथि *श्री विजय बघेल जी सांसद दुर्ग* , *श्री ललित चन्द्राकर जी* मान. विधायक, दुर्ग ग्रामीण उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण, *श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा* जी मान.विधायक अहिवारा एवं बोर्ड मेंबर कामधेनु विश्वविद्यालय, *जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे* , विशेष अतिथि *डॉ.प्रवीण मलिक* पशुपालन आयुक्त भारत सरकार, *लेफ्टीनेंट जनरल अशोक जिंदल* , कार्यपालक निदेशक एवं सी.ई.ओ.एम्स, रायपुर, *डॉ.गिरीश चंदेल* कुलपति इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, *डॉ.विनोद कुमार वर्मा* कुलपति लुवास, हिसार (हरियाणा), *डॉ.प्रज्ञा यादव,* निदेशक एन.आइ.ओ.एच. नागपुर, *डॉ.जी.मणी* मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड, रायपुर, *डॉ.सुधीर कुमार* अध्यक्ष इंडियन वेटनरी एसोसियेशन, एवं *कुलसचिव डॉ.बी.पी.राठिया* *वित्त अधिकारी श्री सुशील कुमार गजभिए,* *अधिष्ठाता मात्स्यिकी महाविद्यालय कवर्धा एवं उपकुलसचिव डॉ.एम.के.गेंदले, निदेशक अनुसंधान सेवाएं डॉ.जी.के.दत्ता, निदेशक शिक्षक डॉ.एस.पाल, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.मंजू राय, अधिष्ठाता दुग्ध प्रौद्योगिकी महाविद्यालय रायपुर डॉ.सुधीर उपरित*, *विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ. दिलीप चौधरी,* निदेशकगण, अधिष्ठातागण, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राओं की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि मंत्री छत्तीसगढ़ शासन राम विचार नेताम* ने अपने उद्बोधन में बताया कि पशुधन के संपूर्ण उपचार एवं संवर्धन हेतु प्रयासों को अधिक गतिशील किया जावेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया। उन्होंने बताया कि ग्रामीण परिवेश में सामाजिक, आर्थिक उन्नयन, पशुधन के बहुआयामी क्षेत्र से विकास किया जा सकता है एवं नवाचार द्वारा पशुपालन को बढ़ाया हुआ दिया जाएगा। *दुर्ग सांसद श्री विजय बघेल* जी ने संगोष्ठी के आयोजन कर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि संगोष्ठी का प्रतिफल शासन स्तर पर अवश्य प्रेषित किया जावे, जिससे राज्य के नीति निर्धारण में भी इन सुझावों को सम्मान समावेशित किया जा सके। *मान. विधायक दुर्ग ग्रामीण श्री ललित चंद्राकर जी* ने कामधेनु विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा की एवं पशुधन के महत्व को ग्रामीण अर्थव्यवस्था में रेखांकित किया उन्होंने बताया कि निश्चित रूप से एंटीबायोटिक दावों का उपयोग चिकित्सीय निदान पर ही किया जाना चाहिए।
*आयोजन सचिव डॉ. निधि रावत* ने बताया कि यह सम्मेलन पशु एवं मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और वन्यजीवों के बीच बहुक्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की हमारी साझा प्रतिबद्वता में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी, जिसका उद्देश्य “वन हेल्थ“ फ्रेमवर्क के अंतर्गत एंटीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस (एएमआर) की बढ़ती चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटना है।
*आयोजन सचिव डॉ.सन्नाट* ने बताया कि इस सम्मेलन को सफल बनाने हेतु शैक्षकों, शोधकर्ताओं, पशुचिकित्सकों, चिकित्सा वैद्यो, क्षेत्रीय विशेषज्ञों एवं विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रहेगी। इस सम्मेलन में 08 तकनीकी सत्र तथा पोस्टर प्रजेन्टेंशन किया गया। एवं इस राष्ट्रीय सम्मेलन में लगभग 200 प्रतिभागियों की सहभागिता रही। कार्यक्रम के मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों के द्वारा *स्मारिका सोवेनियर* *बकरी प्रशिक्षण कैलेंडर 2026 का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव *डॉ. निधि रावत एवं डॉ. चंद्रहास सन्नाट* के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।