
– छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव से पहले एक बार फिर EVM पर सियासत शुरू हो गई है.
– EVM से चुनाव होगा या बैलेट से यह बड़ा सवाल था.
– लेकिन अब यह तय हो गया है कि निकाय चुनाव ईवीएम से होगा.
रायपुर : छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव से पहले एक बार फिर EVM पर सियासत शुरू हो गई है. EVM से चुनाव होगा या बैलेट से यह बड़ा सवाल था. लेकिन अब यह तय हो गया है कि निकाय चुनाव ईवीएम से होगा. चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य निर्वाचन आयोग से 4 सवाल पूछे है. जिसे लेकर सियासत शुरू हो गई है.
भूपेश बघेल में पत्र लिख निर्वाचन आयोग से पूछे सवाल
निकाय चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही राजनीतिक पार्टी जमकर एक्सरसाइज कर रही है. दोनों ही राजनीतिक पार्टी प्रत्याशी चयन को लेकर माथापच्ची कर रही है तो वहीं ईवीएम पर फिर सवाल उठने लगे है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर 4 सवाल पूछे है. जिसमें चुनाव चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगाया है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पत्र के बाद कांग्रेस नेताओं ने एक बार फिर EVM का राग अलापना शुरू कर दिया है.
बीजेपी बोली हार से डर रही कांग्रेस
देश में चुनाव कहीं भी हो कांग्रेस के निशाने पर हमेशा से ईवीएम रही है. विधानसभा चुनाव की बात की जाए या फिर लोकसभा चुनाव की अब निकाय चुनाव में भी ईवीएम का जिन्न निकल गया है. कांग्रेस अब निकाय चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करने के साथ ही ईवीएम पर सवाल खड़े किए है. पूर्व मुख्यमंत्री के पत्र ने सियासत में एक बार फिर राजनीतिक बयानों को हवा दे दी है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पत्र पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने चुनाव निष्पक्ष होने की बात कही तो वही उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इसे हारने का डर बताया है.
छत्तीसगढ़ ही नहीं देशभर में ईवीएम हमेशा से सवालों के घेरे में रही है. छत्तीसगढ़ के निकाय चुनाव में एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठने लगे है. हालांकि कांग्रेस के सवालों पर बीजेपी मुखर जवाब देती नज़र आ रही है. अब देखना होगा कि आख़िर ईवीएम को लेकर उठने वाले सवालों पर निर्वाचन आयोग कांग्रेस को कितना संतुष्ट कर पाती है.