कल किसके सिर साजेगा ताज: दुर्ग नगर निगम का कौन बनेगा नया महापौर?
भाजपा व कांग्रेस दोनो ने किए जीते के दावे.

दुर्ग। दुर्ग नगर निगम की नई महापौर भाजपा की अल्का बाघमार होगी या कांग्रेस की प्रेमलता साहू बनेगी इसका फैसला कल 15 फरवरी को होगा। मतों की गिनती के लिए शेष रह गए बारह घंटों के समय के चलते महापौर और शहर के साठ वार्डो के प्रत्याशियों की धड़कने तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने संगठन में पिछले दो दशक से सक्रिय और नगर निगम की पूर्व पार्षद रही अल्का बाघमार को प्रत्याशी बनाया है। स्वभाव से सरल सहज और मिलनसार अल्का वाघमार को जीताने पूरा संगठन दम खम के साथ मैदान में सक्रिय रहा है। आकर्षक और प्रभावशाली व्यक्तित्व की वजह से अल्का वाघमार ने भी जनसंर्पक के दौरान शहर की जनता का ध्यान खींचने में सफ ल रही है। संासद विजय बघेल, विधायक गजेन्द्र यादव, जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक के निर्देशन में पूरी टीम युद्ध स्तर पर सक्रिय रही है। राज्य में सरकार के सत्तासीन होने के साथ महतारी वंदन योजना का लाभ भी भाजपा को मिलने की संभावना है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का रोड शो भी माहौल को भाजपाई बनाने में प्रभावी रहा है। महापौर प्रत्याशी अल्का बाघमार कुर्मी समाज का प्रतिनिधित्व करती है।
वहीं कांग्रेस नेे नगर निगम में लगातार दो बार पार्षद रही प्रेमलता साहू महापौर की प्रत्याशी है। साहू समाज का प्रतिनिधित्व करती है। प्रेमलता साहू के पति पोषण साहू दुर्ग शहर साहू समाज के अध्यक्ष है। दुर्ग शहर में साहू समाज के मतदाताओं की संख्या 41 हजार के आस-पास है। कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमलता साहू को जीताने पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व विधायक अरूण वोरा, छाया सांसद राजेन्द्र साहू, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल, आर.एन. वर्मा सक्रिय रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सभाएॅ लेकर माहौल को कांग्रेसमय बनाने सक्रिय रहे है। कांग्रेसजनों का मानना है कि पिछली विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी अरूण वोरा को 48 हजार मत प्राप्त हुए थे। इसमें उन्हें साहू समाज का दश प्रतिशत वोट ही मिला था। यदि साहू समाज के वोट का प्रतिशत कांग्रेस के पक्ष में पचास से अधिक प्रतिशत मिला तो मुकाबला संघर्षमय हो सकता है।