जांजगीर-चापा- स्कूल को शिक्षा की मंदिर कहा जाता है जहां बच्चों को शिक्षा दी जाती है आज इस बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खेलवाड़ माता-पिता अपने बच्चों को उसके उज्जवल भविष्य के लिए स्कूल भेजते हैं वही दूसरे तरफ देखा जाये तो शा . प्रा. शा. डूडगा के प्रधान पाठक और शिक्षको द्वारा बच्चों के भविष्य को लेकर अच्छे शिक्षा देना चाहिए वहां बच्चों को झाड़ू पकड़ा कर शौचालय स्कूल परिसर की साफ सफाई से उसकी भविष्य को फोकस कर रहे हैं ।
सफाई कर्मी होते हुए भी बच्चों से स्कूल और शौचालय की साफ सफाई करवाई जा रही शिक्षा व्यवस्था है लचार बच्चे पढ़ेंगे क्या शिक्षा के नाम से पूरा शून्य है जहां बच्चों को सफाई कर्मी बनाया जा रहा हैं वहां शिक्षा का अंदाजा लगाया जा सकता है माता-पिता बच्चों का शिक्षा को लेकर हो रहे चिंतित प्रधान पाठक और शिक्षकों की बड़ी लापरवाही से सैकड़ो बच्चों का भविष्य हो रहा खराब जो बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं उन्हें उसे आज शौचालय सफाई करवाया जा रहा कलम किताब पकड़ने वाले नन्हे नन्हे बच्चों के हाथों में झाड़ू पकड़ाया और सफाई करवाया जा रहा प्रधान पाठक और शिक्षकों को कई बार जनप्रतिनिधियों और पालको द्वारा समझाईस दी गई हैं फिर भी प्रधान पाठक और शिक्षकों की मनमानी और बढ़ते जा रही है अब देखना यह होगा कि उच्च अधिकारियों द्वारा ऐसे शिक्षकों को तत्काल सस्पेंड कर कड़ी कार्यवाही करते है या नहीं!