सिटी बसों को चालू करने के लिए जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में जिला भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने दिया जिला प्रशासन को अल्टीमेटम, सिटी बस परिचालन को जल्द ही शुरू करने का कलेक्टर ने दिया आश्वासन.
दुर्ग [Navin Dilliwar] – सिटी बसों को चालू करने के लिए जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में जिला भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने दिया जिला प्रशासन को अल्टीमेटम, सिटी बस परिचालन को जल्द ही शुरू करने का कलेक्टर ने दिया आश्वासन.[spacing size=””]विगत 2 वर्षों से बंद सिटी बस के परिचालन को शुरू करने के लिए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा से मुलाकात कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और सिटी बस जल्द शुरू करने का आग्रह करते हुए जिला अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि यदि यथाशीघ्र सिटी बसों का परिचालन प्रारंभ नहीं किया गया तो शासन प्रशासन के विरुद्ध जनता को साथ लेकर प्रखर आंदोलन छेड़ा जाएगा और हर स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कलेक्टर से कहा कि कोरोना महामारी के आने के बाद दुर्ग से विभिन्न मार्गो पर चलने वाली राज्य शासन की सिटी बस सुविधा को बंद हुए आज 2 वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो चुका है, महामारी के बाद विगत कई महीनों से सामान्य स्थिति बन चुकी है और शासन-प्रशासन, बैंकिंग, हाट बाजार जैसे काम-काज सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं, परंतु दुर्ग जिले की जनता को प्रदेश सरकार द्वारा अब तक सिटी बस की सुविधा से वंचित रखा गया है जो कि आम जनता के आवागमन और परिवहन का सस्ता सुलभ साधन है। प्रदेश सरकार द्वारा सिटी बस सुविधा को दोबारा शुरू करने के प्रति उदासीनता बरती जा रही है, जिसका खामियाजा दुर्ग जिले की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है और लोगों को आटो या प्राइवेट बसों से सफर करना पड़ रहा है जिसका किराया कुछ भी निर्धारित नहीं है, प्राइवेट बस ऑपरेटर मनमाना किराया वसूल रहे हैं। आटो वालों ने डीजल के बढ़े हुए दाम के बहाने अपना रेट दोगुना कर दिया है। आम जनता को दो से तीन किलोमीटर के लिए भी 10 से 20 रुपये खर्च करना पड़ रहा है। निजी बसे-निजी बसों ने भी डीजल के बहाने किराया बढ़ा दिया है। पहले पावर हाउस से दुर्ग का किराया 20 रुपये था अब 30 रुपये है इसी तरह रायपुर का किराया 40 की जगह 50 रुपये हो गया है।
जिला अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने ज्ञापन सौंपने के पश्चात कहा कि दो वर्ष पहले भिलाई दुर्ग में 70 सिटी बसें संचालित थी जो भिलाई से दुर्ग, दुर्ग से अंडा, जेवरा सिरसा, भिलाई से पावर हाउस, भिलाई तीन, चरोदा, कुम्हारी, रायपुर, पाटन, अहिवारा तथा सुरडुंग तक चलती थी। इनका न्यूनतम किराया 10 रुपये था। रायपुर तक का किराया 20 रुपये था, इस सुविधा के बंद होने के बाद इसे बहाल नहीं किए जाने के कारण गरीब और मध्यम वर्ग की जनता को आटो या प्राइवेट बसों से सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है और उन्हें आर्थिक क्षति हो रही है, जिसके लिए प्रदेश की भूपेश सरकार जिम्मेदार है, जबकि सभी पड़ोसी प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उड़ीसा में सिटी बसों का संचालन पूरी तरह से शुरु हो चुका है परंतु छत्तीसगढ़ में अपनी अकर्मण्यता को छिपाने के लिए कोरोना महामारी का बहाना बनाया जा रहा है और सिटी बस की सुविधा को बहाल नहीं किया जा रहा है।
कलेक्टर से मुलाकात के पश्चात जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने बताया कि कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा द्वारा सिटी बसों का परिचालन जल्द ही शुरू करने का आश्वासन दिया गया है जिला भारतीय जनता पार्टी को कलेक्टर के आश्वासन पर है परंतु यदि इसमें विलंब होता है तो जिला भाजपा द्वारा प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के विरुद्ध जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
सिटी बस परिचालन हेतु कलेक्टर से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा के साथ जिला महामंत्री ललित चंद्राकर एवं नटवर ताम्रकार, जिला उपाध्यक्ष कल्पना जोशी, बसंत चंद्राकर, जिला मंत्री मनोज मिश्रा, कार्यालय मंत्री नीरज पाण्डेय, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती उपासना चंद्राकर, भाजयुमो अध्यक्ष नितेश साहू , गौरव शर्मा, मोनू साहू, फत्तेलाल वर्मा, दिलीप साहू मुकेश बेलचन्दन आदि शामिल रहे।