छत्तीसगढ़दुर्ग-भिलाई विशेष

वज्रपात और आकाशीय बिजली से बचाव एवं राहत व्यवस्था के संबंध में दिशा निर्देश जारी….

 

 

दुर्ग – कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के तहत वज्रपात और आकाशीय बिजली से बचाव एवं राहत व्यवस्था के संबंध में जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) तथा तहसीलदार दुर्ग, धमधा, पाटन, बोरी, अहिवारा एवं भिलाई 03 को परिपत्र जारी किया है। वज्रपात और आकाशीय बिजली से बचाव के लिए जारी परामर्श में कहा गया है कि भारत में बिजली की चमक प्री-मानसून सीजन के दौरान और दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान तीव्र आंधी और बिजली के साथ शुरू होती है। बिजली आमतौर पर दिन के दूसरे पहर के दौरान विशेष रूप से देर दोपहर या शाम को गिरती है। जिसके आवश्यक प्रबंधन के लिए उचित उपाय करने की सलाह दी गई है।

वज्रपात और आकाशीय बिजली से बचाव के तहत एक सुनियोजित संचार रणनीति के आधार पर जागरूकता अभियान चलाने तथा जिले और स्थानीय स्तर पर आईईसी गतिविधियों की योजना बनाने कहा गया है। स्थानीय अधिकारी, प्रभावित आबादी से अपनी निकटता के कारण संदेशों के अंतिम छोर तक पहुँच को सुनिश्चित करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में होते हैं। जिसके लिए अधिकारी दामिनी जैसे बिजली की पूर्व चेतावनी मोबाइल ऐप्स को बढ़ावा दें। समाज के कमजोर और संवेदनशील वर्गों कृषि श्रमिकों, महिलाओं, बच्चों, गरीब बुजुर्गों और अलग-अलग दिव्यांगों के लिए सुरक्षा युक्तियों और क्या करें और क्या न करें की विशेष सूची बनाएं। पशु और पशुधन सुरक्षा के लिए क्या करें और क्या न करें की अलग सूची भी बनाएं। क्या करें और क्या न करें का स्थानीय भाषा में प्रचार-प्रसार करें। नियमित पारस्परिक संचार गतिविधियों का संचालन करें, संवेदनशील आबादी को उनकी स्थानीय भाषा में सुरक्षा युक्तियों का प्रदर्शन करें, बड़े पैमाने पर आईईसी उपकरणों और सामग्री फ्लायर्स, कैलेंडर, कॉमिक बुक का उपयोग करें। आरडब्ल्यूए, नगरीय निकायों, पंचायती राज संस्थानों, आंगनबाडिय़ों, स्थानीय समुदायों को मजबूत करें और शामिल करें। बैनर, पोस्टर, होर्डिंग आदि का उपयोग करके घर-घर अभियान चलाएं, दिव्यांगों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें, आकाशीय बिजली से पीड़ितों के लिए आवश्यक उपचार सामग्री की व्यवस्था करें और जरूरत पडऩे पर पीड़ितों को अस्पताल भेजने की व्यवस्था करें।

 

*वज्रपात और आकाशीय बिजली: क्या करें*

 

बाहर बिजली के संपर्क से बचने के लिए, सुरक्षा के लिए और जोखिम को कम करने कुछ आवश्यक सुझाव दिए गए है। जिसमें घर के बाहर की गतिविधियों में भाग लेने से पहले मौसम के पूर्वानुमान की जांच करें। यदि आप गरज और बिजली देखते हैं, तो 30 मिनट के लिए घर के अंदर रहें। प्रतिकूल मौसम के दौरान विशेष रूप से कृषि क्षेत्र में काम करने, मवेशियों को चराने, मछली पकड़ने और नाव चलाने या सामान्य यात्रा के लिए घर से बाहर न निकलें। गर्जना के समय सुरक्षित आश्रय के अंदर रहें। धातु की चादर के साथ धातु संरचनाएं और निर्माण से बचें। सुरक्षित आश्रयों में घर, कार्यालय, शॉपिंग सेंटर, और बंद खिड़कियों वाले हार्ड-टॉप वाहन शामिल हैं। यदि आप आस-पास कोई सुरक्षित आश्रय नहीं होने के कारण बाहर फंस गए हैं, तो तुरंत पहाडिय़ों, पहाड़ की चोटियों या चोटियों जैसे ऊंचे क्षेत्रों से दूर हो जाएं। यदि आप किसी खुले क्षेत्र में फंस गए हैं, तो अपने आप को खतरे से दूर करने के लिए शीघ्रता से कार्य करें। आदर्श रूप से, निचले इलाके में एक आश्रय खोजें और सुनिश्चित करें कि चुने गए स्थान में बाढ़ आने की संभावना नहीं है। झुनझुनी के साथ आपकी गर्दन के पीछे खड़े बाल संकेत कर सकते हैं कि बिजली आने वाली है। तालाबों, झीलों और अन्य जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें और उनसे दूर रहें। पेड़ व पहाड़ी चोटियों एवं बिजली का संचालन करने वाली सभी उपयोगिता लाइनों और वस्तुओं टेलीफोन, बिजली, धातु की बाड़ी, ओवरहेड तार, रेल-सड़क की पटरियां, पवन चक्कियां से दूर रहें। रबर-सोल वाले जूते और कार के टायर बिजली गिरने से सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं। यदि आप तूफान के दौरान एक समूह में हैं, तो जोखिम कम करने के लिए पर्याप्त दूरी बनाए रखें। पेड़ की लकड़ी या किसी अन्य मलबे को हटा दें जो उड़ सकता है और दुर्घटना का कारण बन सकता है।

 

*वज्रपात और आकाशीय बिजली: क्या न करें*

 

स्नान न करें बर्तन न धोएं या स्थिर या बहते पानी के साथ कोई अन्य संपर्क न करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि बिजली किसी बिल्डिंग की प्लम्बिंग और धातु के पाइपों से गुजर सकती है। कॉडेड फोन व किसी धातु के तार सहित बिजली के उपकरणों का उपयोग न करें। कॉडेंड फोन और अन्य बिजली के उपकरणों का उपयोग करने से बचें, जो बिजली का संचालन कर सकते हैं। हालांकि, तूफान के दौरान ताररहित फोन का उपयोग करना सुरक्षित है। कम्पेटिबल, मोटरसाइकिल और गोल्फ कार्ट जैसे खुले वाहनों से बचें। खुली संरचनाओं व स्थानों जैसे बरामदे, खेल के मैदान, गोल्फ कोर्स, पार्क और खेल के मैदान, तालाब, झील, स्विमिंग पूल और समुद्र तटों से बचें।

 

*यात्रा पर क्या करें और क्या न करें*

 

बाहरी गतिविधियों से पहले मौसम के पूर्वानुमान की जांच करें। यदि तूफान का पूर्वानुमान या चेतावनी है, तो यात्रा या बाहरी गतिविधियों को स्थगित कर दें। गर्जना के दौरान, खुले वाहनों जैसे कन्वर्टिबल, मोटरसाइकिल और गोल्फ कार्ट से बचें। पोर्च, बेसबॉल डगआउट और स्पोर्ट्स एरेनास जैसी खुली संरचनाओं से बचना सुनिश्चित करें और खुली जगहों जैसे गोल्फ कोर्स, पार्क, खेल के मैदान, तालाब, झील, स्विमिंग पूल और समुद्र तटों से दूर रहें। आकाशीय बिजली को आकर्षित करने वाली साइकिल, मोटरसाइकिल या कृषि वाहनों से दूर रहें। अगर नौका विहार या तैराकी कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके जमीन पर उतर जाएं और सुरक्षित स्थान पर शरण लें। तूफान या गर्जना के दौरान, मदद आने तक या तूफान के गुजर जाने तक अपने वाहन में ही रहें। यदि आप धातु को अंदर नहीं छू रहे हैं तो धातु की छत सुरक्षा प्रदान करेगी। खिड़की बंद होनी चाहिए और वाहन को पेड़ों और बिजली की लाइनों से दूर पार्क करना चाहिए। जंगली क्षेत्र विशेष रूप से वन क्षेत्र से निकलकर खुले मैदान की ओर जाएं। बिजली गिरने से जंगल में आग लगने की संभावना होती है।

 

*आकाशीय बिजली: प्राथमिक उपचार*

 

बिजली गिरने से पीड़ितों को पेशेवर चिकित्सा की प्रतीक्षा करते समय प्राथमिक उपचार देकर उनकी जान बचाई जा सकती है। यह देखने के लिए जांचना आवश्यक है कि क्या पीड़ित सांस ले रहा है और उसके दिल की धड़कन चल रही है। नाड़ी की जांच करने के लिए सबसे अच्छी जगह कैरोटीड धमनी है जो आपकी गर्दन पर सीधे आपके जबड़े के नीचे पाई जाती है। यदि पीड़ित सांस नहीं ले रहा है, तो तुरंत मुंह से मुंह में पुनर्जीवन शुरू करें। यदि पीड़ित की नब्ज नहीं धड़कती है, तो कार्डियक कंप्रेशन (सीपीआर) भी शुरू करें। जांच किया जाए कि क्या बिजली गिरने से बचे व्यक्ति की हड्डियां टूट गई हैं। जिससे पक्षाघात या रक्तस्राव की बड़ी जटिलताएं हो सकती हैं। पीड़ित और बचाने वाले दोनों व्यक्तियों को लगातार हो रहे बिजली के खतरे से अवगत रहना चाहिए। यदि पीड़ित उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में स्थित है, तो पीड़ित को तुरंत सुरक्षित स्थान पर ले जाना चाहिए। बिजली की चपेट में आने वाले लोगों को छुने से कोई बिजली का खतरा नहीं होता है और उन्हें सुरक्षित रूप से संभाला जा सकता है। टूटी हुई हड्डियों, सुनने और देखने की हानि की जाँच किया जाना चाहिए। बिजली गिरने के पीड़ित व्यक्ति को जलने, झटके और कभी-कभी कुंद आघात की अलग-अलग डिग्री हो सकती है। चोट की जाँच करें, यदि आवश्यक हो तो व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाएं। हेल्पलाइन नंबर 1078 पर कॉल करें और सटीक स्थान पर पहुंचने के लिए सही दिशा बताएं एवं पीड़ित की स्थिति के बारे में जानकारी दें। यदि संभव हो तो बिजली से पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल ले जाएं।

 

क्या न करें – 

 

प्रतिकूल मौसम के दौरान विशेष रूप से कृषि क्षेत्र में काम करने, मवेशी चराने, मछली पकडऩे और नाव चलाने के लिए बाहर न जाएं। यदि आप वन क्षेत्र में हैं, तो छोटे पेड़ों के नीचे शरण लें। बिजली या टेलीफोन के खंभों या पेड़ों के नीचे शरण न लें। ये बिजली को आकर्षित करते हैं। धातु की वस्तुओं का उपयोग न करें और बाइक, बिजली या टेलीफोन के खंभे, तार की बाड़, मशीन आदि से दूर रहें। यदि आप एक खुले मैदान या आउटडोर में काम कर रहे हैं और आपके पास सुरक्षित स्थान पर आश्रय लेने के लिए पर्याप्त समय नहीं है, अपने सिर को टक करके गेंद जैसी स्थिति में झुके और जमीन से कम से कम संपर्क के साथ अपने कानों पर हाथ रखें और अपने आप को एक छोटा लक्ष्य बनाएं। बिजली चमकने के दौरान कभी भी मोबाईल फोन का इस्तेमाल न करें। लोहे की छड़ वाले छाते का प्रयोग न करें।

घर पर या इनडोर हेतु भले ही बिजली के तूफान के दौरान आपके घरों, कार्यालयों, शॉपिंग सेंटर जैसे आश्रयों को सुरक्षित माना जाता है, फिर भी एक व्यक्ति जोखिम में हो सकता है। खुद को सुरक्षित रखने के लिए यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं। संचार के विभिन्न माध्यमों द्वारा अपडेट और चेतावनी निर्देशों हेतु स्थानीय मीडिया की निगरानी करते रहें। घर के अंदर रहें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें। गरजना के दौरान दरवाजे, खिड़कियां, बरामदे और कंक्रीट के फर्श, फायरप्लेस, चूल्हा चिमनी, बाथटब या किसी भी अन्य बिजली के कंडक्टर से दूर रहें। कम्प्यूटर, लैपटॉप, गेम सिस्टम, वॉशर, ड्रायर, स्टोव, या बिजली के आउटलेट से जुड़ी किसी भी चीज जैसे इलेक्ट्रिकल उपकरणों को अनप्लग करें, क्योंकि मुख्य विद्युत आपूर्ति आकाशीय बिजली के तूफान के दौरान विद्युत लहर का संचालन कर सकती है। खिड़कियां और दरवाजे बंद करें और अपने घर के बाहर वस्तुओं को सुरक्षित करें। सुनिश्चित करें कि बच्चे और पालतू जानवर अंदर रहें।

 

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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