
*–पर्यावरण, जल, सड़क सुरक्षा, स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे विषयों पर लोगों को कर रहे जागरुक
दुर्ग – ‘डैंजर्स एडवेंचर्स स्पोर्ट्स लांगेस्ट वर्ल्ड टूर ऑन फुट जर्नी’ के सदस्य और गिनीज बुक, लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर टीम, जिसमें अवध बिहारी लाल, जितेंद्र प्रताप, महेंद्र प्रताप और गोविंदा नंद शामिल हैं, छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में जागरूकता अभियान चला रही है। उक्त टीम द्वारा अब तक विश्व के 11 देशो में 04 लाख 52 हजार किमी की विश्वशांति विश्वपदयात्रा पूरी की जा चुकी है। इस विश्वशान्ति विश्वपदयात्रा के दौरान इन्होंने वर्ष 2018 में दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउण्ट ऐवरेस्ट बेस कैम्प की यात्रा सफलता पूर्वक सम्पन्न की। टीम द्वारा अब तक 14 करोड़ 50 लाख पौधो का वृक्षारोपण भी कराया जा चुका है और टीम विभिन्न स्कूलो, कालेजो, गाँवो एवं सार्वजनिक स्थानों में जाकर जनजागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करते हुए स्थलीय निरीक्षण भी कर रही है। यह टीम भारत के लगभग 600 जनपदों की यात्रा कर चुकी है, जिसमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गोवा, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्य के जनपद शामिल हैं। इसी क्रम में, इन्होंने छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में से दो जिलों की यात्रा पूरी कर ली है। इस दौरान टीम द्वारा दुर्ग जिले के जनपद दुर्ग में 1 से 3 सितंबर 2025 तक 3 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न गतिविधियों के द्वारा युवाओं को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित पर्यावरण संरक्षण, वन संरक्षण, वन्य जीव संरक्षण, जल संरक्षण के साथ-साथ सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा, स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाआ, मतदाता जागरूकता से संबंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए जागरूक किया गया।
इस विश्वशांति विश्वपदयात्रा की शुरूआत जनपद लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश के अवध बिहारी लाल द्वारा 30 जुलाई 1980 को शुरू की गयी थी। रात में आयी अचानक भयंकर बाढ़ के कारण श्री अवध बिहारी लाल का पूरा परिवार जलमग्न हो गया था। अवध बिहारी लाल वहाँ मौजूद एक बरगद के वृक्ष को पकड़ कर कई घन्टो तक भयंकर बाढ़ से लड़ते रहे। जिले की रेस्क्यू टीम एवं भारतीय सेना के जवान जब वहां पहुँचे तब उनकी जान बची। तब उन्होंने संकल्प लेकर पर्यावरण संरक्षण, वन संरक्षण, वन्य जीव संरक्षण, पर्वत संरक्षण, जल एवं नदी संरक्षण के साथ-साथ सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा, स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मतदाता जागरूकता इत्यादि उद्देश्यों को लेकर सम्पूर्ण भारत की यात्रा शुरू की। आज टीम में 20 सदस्य है और यही इस टीम का मूल उद्देश्य है। टीम उक्त विभिन्न विषयों से संबंधित केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जन-कल्याणकारी योजनाओ के लिए जनजागरूकता लाने का कार्य कर रही है। इस यात्रा के दौरान टीम के सदस्य भी शहीद हो चुके है। फिर भी टीम कर्तव्य के प्रति निरंतर कार्यरत् है।