दुर्ग जिला अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा, परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप!

दुर्ग: जिला अस्पताल दुर्ग में भर्ती मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. मरीज के परिजनों का आरोप था कि मृतक का इलाज सही तरीके से अस्पताल में नहीं किया गया. परिजनों का कहना है कि डॉक्टर और नर्स ने सही से मरीज का ध्यान नहीं रखा. सही समय पर इलाज नहीं मिलने से मरीज की जान गई.डॉक्टर और नर्स पर आरोप: परिजनों के आरोप पर जिला अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि मरीज एचआईवी से संक्रमित था ।
और उसी वजह से उसकी जान गई. डॉक्टर ने मरीज के इलाज में लापरवाही के सवाल पर कहा कि अगर परिजनों का आरोप है तो उसकी जांच कराई जाएगी. एक जांच टीम बनाकर जो भी शिकायत है उसे दूर किया जाएगा.मरीज के परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप: मृतक मरीज के परिजनों का कहना है कि इलाज में लापरवाही बरती गई जिससे उसकी जान गई. परिजनों का कहना था कि मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.
हमने नर्स से कहा कि डॉक्टर को बुला दो और दवा दिला दो लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी. जब मरीज खत्म हो गया तब डॉक्टर आए.ऑक्सीजन नहीं लगाने का आरोप: मरीज के परिजनों का कहना है कि मरीज उल्टी और दस्त से रातभर परेशान था. बाद में सांस लेने की दिक्कत होने लगी. परिजनों का ये भी आरोप है कि मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत थी लेकिन नर्सों ने ऑक्सीजन नहीं लगाया. मरीज के परिजन अब डॉक्टर और नर्सों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
जिला अस्पताल के डॉक्टर का पक्ष: इस पूरे मामले में जिला अस्पताल के डॉक्टर के.के. जैन का कहना है, मरीज एचआईवी संक्रमित था और फेफड़ों में गंभीर संक्रमण था. इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई है. यदि लापरवाही हुई है तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.