नालों में गंदगी, सड़कों पर जलभराव देख महापौर ने जताई गहरी नाराजगी,सफाईकर्मी को लापरवाही पर दी कड़ी फटकार

🔹-पटरी पार क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पर महापौर व आयुक्त का औचक निरीक्षण, कहा-जनता की परेशानी बर्दाश्त नहीं
🔹जलनिकासी व नियमित सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश,आमजन को हो रही दिक्कतों पर जताई गहरी चिंता
दुर्ग – नगर पालिक निगम दुर्ग की महापौर अलका बाघमार आज उरला क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 57 (पटरी पार) में औचक निरीक्षण पर पहुँचीं। निरीक्षण के दौरान उनके साथ नगर निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल,देवनारायण चंद्राकर, शेखर चंद्राकर, ज्ञानेश्वर ताम्रकार सहित स्वच्छता विभाग के अधिकारीगण और जोन प्रभारी भी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान महापौर ने क्षेत्र की अत्यंत खराब सफाई व्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताई।
निरीक्षण के दौरान महापौर ने देखा कि क्षेत्र के प्रमुख नालों के ऊपर घास और कचरे की मोटी परत जम चुकी है। नालियों की समय पर सफाई न होने से वर्षा जल की निकासी नहीं हो पा रही है, जिससे सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन रही है। इस कारण क्षेत्रवासियों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है, विशेषकर वृद्धजन, महिलाएं और स्कूल जाने वाले बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।
“सफाईकर्मी को दी सख्त चेतावनी”
महापौर एवं आयुक्त ने मौके पर मौजूद सफाईकर्मी द्वारा झाड़ू ठीक से न लगाना और कचरे को सीधे नाली में डालना देख, महापौर ने मौके पर ही सख्त फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि “नाली में कचरा डालना न केवल सफाई नियमों का उल्लंघन है,सफाई व्यवस्था मे लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
“अधिकारियों को दिए त्वरित सुधार के निर्देश”
महापौर ने आयुक्त और स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे तत्काल नालियों की सफाई सुनिश्चित करें। साथ ही, नियमित निगरानी कर यह सुनिश्चित किया जाए कि सफाईकर्मी अपनी जिम्मेदारियां पूरी निष्ठा से निभाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जहां आवश्यक हो, वहां अतिरिक्त सफाईकर्मियों की तैनाती की जाए तथा नालों में जमा कचरे को यथाशीघ्र हटाया जाए।
“जनता की समस्याएं प्राथमिकता में हों”
महापौर ने कहा कि “नगर निगम का पहला कर्तव्य है कि वह नागरिकों को साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण प्रदान करे। वर्षा ऋतु में जलनिकासी की दुरुस्त व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। निगम की कार्यप्रणाली में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।