
🔹सांसद खेल महोत्सव में खेल से खिलें सपने, युवाओं में उमंग और जोश का माहौल
🔹सांसद विजय बघेल,महापौर अलका बाघमार और सभापति श्याम शर्मा ने किया शुभारंभ, खिलाड़ियों में भरा जोश और आत्मविश्वास
🔹वॉलीबॉल, कुश्ती, कबड्डी, एथलेटिक्स और पारंपरिक खेलों से गूंजे मैदान
🔹खेल समाज में एकता और अनुशासन का प्रतीक हैं: महापौर अलका बाघमार
दुर्ग – नगर पालिक निगम दुर्ग क्षेत्रान्तर्गत आज सांसद खेल महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ।शहर के महात्मा गांधी स्कूल प्रांगण में आयोजित इस समारोह में युवाओं और खेल प्रेमियों में गजब का उत्साह देखने को मिला।कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद विजय बघेल, महापौर अलका बाघमार, सभापति श्याम शर्मा और शेखर चंद्राकर ने दीप प्रज्वलित कर किया।इस दौरान उन्होंने खेल भावना का संदेश देते हुए खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया और जीत की शुभकामनाएं दीं।
महोत्सव में उपस्थित आयुक्त सुमित अग्रवाल, उपायुक्त मोहेंद्र साहू, कार्यपालन अभियंता गिरीश दीवान, कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा, संजय ठाकुर, हरिशंकर साहू, विनोद मांझी,मोहित मरकाम, पंकज साहू, विकास दमाहे, प्रेरणा दुबे,उमयंती ठाकुर सहित नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया।मैदानों में खेल भावना, जोश और सौहार्द का शानदार नज़ारा देखने को मिला।
🏐 खेल के मैदानों में दिखा ऊर्जा और उत्साह का संगम-
सांसद खेल महोत्सव के अंतर्गत दो दिवसीय (14 व 15 अक्टूबर) खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें वॉलीबॉल, कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, योगासन, एथलेटिक्स (100 मीटर एवं 400 मीटर दौड़) जैसी आधुनिक खेल विधाओं के साथ-साथ पारंपरिक खेल – कबड्डी, खो-खो, गेड़ी (पुरुष वर्ग), फुगड़ी और सुरीली कुर्सी (महिला वर्ग) शामिल हैं।
इन प्रतियोगिताओं का आयोजन में कुश्ती और वेट लिफ्टिंग महात्मा गांधी स्कूल, बॉलीबॉल खो खो कबड्डी सुरीली कुर्सी दौड़ , पुगड़ी सुराना कॉलेज मैदान, और 100 मी400 मी रेस गेड़ी रविशंकर स्टेडियम में किया जा रहा है।मैदानों में हर ओर जोश, उत्साह और दर्शकों की तालियों की गूंज से वातावरण खेलमय बन गया।
🏃♂️ तीन आयु वर्गों में हुआ जोशीला मुकाबला-
महोत्सव में तीन आयु वर्गों में मुकाबला हुआ जिसमें 9 से 15 वर्ष तक के खिलाड़ी, 16 से 30 वर्ष तक के खिलाड़ी वहीं 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रतिभागी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।एकल खेलों में 100 और 400मीटर दौड़ गेड़ी कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, कुर्सी दौड़ तथा टीम खेल में बॉलीबॉल कबड्डी खो खो का रोमांचक प्रदर्शन हुआ।
युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं की भागीदारी ने यह साबित किया कि खेल उम्र नहीं, बल्कि उत्साह की पहचान है।
सांसद विजय बघेल ने कहा “खेल हमें जीवन में अनुशासन और आत्मविश्वास सिखाते हैं”
सांसद विजय बघेल ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा खेल जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक है। यह हमें हार-जीत से ऊपर उठकर मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास की भावना देता है।
आज हमारे शहर के युवा खेलों के माध्यम से न केवल फिट रहना सीख रहे हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच का संदेश भी दे रहे हैं।उन्होंने कहा कि सांसद खेल महोत्सव शहर की खेल संस्कृति को नई ऊँचाइयाँ देगा। हमारा लक्ष्य है कि हर गली-मोहल्ले में खेल का माहौल बने, बच्चे मोबाइल छोड़कर मैदान में समय बिताएं।”
महापौर अलका बाघमार ने कहा कि “खेलों से खिलते हैं सपने, और यही सपने शहर की पहचान बनते हैं। नगर निगम खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देने के लिए तत्पर है। उन्होंने आगे कहा खेल भावना ही समाज में एकता और भाईचारे का प्रतीक है”
महापौर ने कहा सांसद खेल महोत्सव हमारे युवाओं के लिए एक ऐसा मंच है, जहां वे अपनी प्रतिभा को पहचान सकते हैं और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि “आज दुर्ग शहर खेल प्रतिभाओं का केंद्र बन रहा है। आने वाले समय में यहीं से कई खिलाड़ी राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएंगे।”
सभापति श्याम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा खेल केवल प्रतियोगिता नहीं बल्कि जीवन का पाठशाला है। यह हमें सिखाता है कि टीम भावना, सहयोग और सकारात्मकता से हर मुश्किल को आसान किया जा सकता है।खेल समाज में एकता, सौहार्द और भाईचारे का सबसे सशक्त माध्यम हैं।
फिटनेस, मनोरंजन और खेल भावना का अद्भुत संगम बना महोत्सव
दो दिवसीय सांसद खेल महोत्सव ने शहर में फिटनेस, मनोरंजन और सामूहिक एकता का संदेश दिया।
प्रतिभागियों ने खेलों के माध्यम से “फिट इंडिया – स्वस्थ भारत” की भावना को साकार किया।
मैदानों में उमड़ी भीड़ और नागरिकों की भागीदारी ने यह सिद्ध किया कि दुर्ग अब खेलों की नई राजधानी बनने की दिशा में अग्रसर है।
आयुक्त सुमित अग्रवाल ने कहा खेल हमें जोड़ते हैं, स्वस्थ रखते हैं और नई ऊंचाइयों तक पहुंचाते हैं। सांसद खेल महोत्सव दुर्ग के युवाओं के लिए प्रेरणा और प्रगति का प्रतीक बनेगा।