
दुर्ग – भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, वित्तीय समावेशन विभाग के निर्देशानुसार एक जुलाई से 30 सितम्बर 2025 तक चलाए जा रहे वित्तीय समावेशन योजनाओं के संतृप्ति अभियान के अंतर्गत दुर्ग जिले की कोड़िया ग्राम पंचायत में एक दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर बैंक ऑफ बड़ौदा हनोदा शाखा द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें क्षेत्र के सभी प्रमुख बैंकों ने सक्रिय सहभागिता निभाई। शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित करना, पात्र खाताधारकों का पुनः केवाईसी कराना और जनधन, बीमा, पेंशन आदि योजनाओं की जानकारी और लाभ दिलाना था।
इस अवसर पर भारतीय रिज़र्व बैंक रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय की क्षेत्रीय निदेशक रिनी अजीत ने शिविर का दौरा किया। उन्होंने बैंकों के अधिकारियों और लाभार्थियों से संवाद कर वित्तीय समावेशन की महत्ता पर प्रकाश डाला और डिजिटल बैंकिंग में सावधानी बरतने तथा धोखाधड़ी से बचने के उपायों की जानकारी दी। उन्होंने खाताधारकों से समय पर केवाईसी पूर्ण करने की अपील की। अग्रणी बैंक प्रबंधक संजय गर्ग ने बताया कि 264 खातों का पुनः केवाईसी किया गया, 12 नए जनधन खाते खोले गए, 36 खातों में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, 23 खातों में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, 6 खातों में अटल पेंशन योजना के अंतर्गत पंजीकरण शिविर में कोड़िया और आसपास के गाँवों के नागरिकों, विशेषकर महिला समूहों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाया। आमजन में जागरूकता बढ़ाने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया, जिसमें केवाईसी, बीमा, पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर भारतीय रिज़र्व बैंक, रायपुर से दीपेश तिवारी, बैंक ऑफ बड़ौदा के उप महाप्रबंधक बी. चावड़ा, उप क्षेत्रीय प्रबंधक दुर्ग जयप्रकाश नारायण, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक संजय गर्ग, तथा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक विपिन सिंह चंदेल भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने वित्तीय समावेशन को समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।