होली पर CM मोहन यादव ने दिए 5 बड़े तोहफे; उज्जैन बनेगा देश की सांस्कृतिक राजधानी, जानिए और क्या है खास!
होली के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश की जनता को 5 बड़े तोहफे दिए हैं. इसमें उज्जैन को देश की सांस्कृतिक राजधानी बनाने से लेकर MP के सबसे बड़े पुरस्कार की राशि 21 लाख रुपये करना भी शामिल है.

उज्जैन –
होली के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश को 5 बड़े तोहफे दिए हैं. इनमें वन्य पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2 नए वन्यजीव अभयारण्य, उज्जैन को देश की सांस्कृतिक राजधानी बनाना, 4 बड़े शहरों को मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाना, साथ ही MP के सबसे बड़े पुरस्कारों की राशि बढ़ाना शामिल है. मुख्यमंत्री ने क्या-क्या ऐलान किए हैं विस्तार से जानिए.
2 नए वन्य जीव अभयारण्य
मध्यप्रदेश खंडवा में ओंकारेश्वर और श्योपुर जिले के जहानगढ़ में 2 नए वन्य जीव अभयारण्य स्थापित किए जाएंगे. इसके लिए मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश राज्य वन्यप्राणी बोर्ड की बैठक में मंजूरी दे दी है. उन्होंने कहा कि राज्य में वन्य जीव पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. सरकार की कोशिश के कारण लगातार बाघ, तेंदुआ, चीता, हाथी, घड़ियाल और गिद्धों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है.
उज्जैन बनेगी देश की सांस्कृतिक राजधानी
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव होली के दिन बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचे. यहां उन्होंने साधु संतों को रंग और गुलाल लगाकर होली खेली. साधु-संतों ने भी मुख्यमंत्री का स्वागत किया. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने मुख्यमंत्री से कहा कि उज्जैन को संपूर्ण भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनाने के लक्ष्य में संत समाज पूरी तरह उनके साथ है.
MP के सबसे बड़े पुरस्कार की राशि 21 लाख होगी
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा पुरस्कार सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर 21 लाख रुपये किया जाएगा. इसके अलावा अलग-अलग 4 क्षेत्रों में दिए जाने वाले पुरस्कारों की धनराशि 5-5 लाख रुपये होगी. सीएम ने ये ऐलान उज्जैन में ही की है. मुख्यमंत्री ने कहा, विक्रमादित्या का गौरवशाली इतिहास है. जिसके कारण उज्जैन और आसपास का पूरा क्षेत्र देश ही नहीं पूरी दुनिया में सम्मान पाता है. इसलिए विक्रमादित्य के नाम पर मिलने वाले इनाम की राशि भी बढ़ाई जाएगी.’
भोपाल, इंदौर के अलावा ये शहर भी बनेंगे मेट्रोपॉलिटन सिटी
CM डॉ मोहन यादव ने इंदौर और भोपाल को मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाने का ऐलान किया है. इंदौर मेट्रोपॉलिटन सिटी के तहत इंदौर, देवास, धार, पीथमपुर, उज्जैन सहित आसपास के अन्य क्षेत्रों को मिलाकर एक वेल स्ट्रक्चर्ड आधुनिक शहर विकसित किया जाएगा. वहीं भोपाल मेट्रोपॉलिटन सिटी में भोपाल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा और सीहोर के साथ नर्मदापुरम के कुछ क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर को भी अगले 25 सालों में मेट्रोपॉलिटन सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है.