महासमुंद संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू जनसंपर्क में अपने प्रतिद्वंदियों से कहीं आगे निकले नज़र आ रहे है,मगर जीत की मंजिल अभी है दूर! पढ़े

महासमुंद। महासमुंद क्षेत्र के लोग कला, साहित्य, अध्यात्म, संगीत, भजन पूजन में निष्णात माने जाते हैं। क्षेत्र में पवित्र तीर्थ स्थलों की मौजूदगी ने आम जनमानस के मन में नैसर्गिक तौर पर भक्तिरस का बीजारोपण सदियों से करता आया है। कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू को यहां के लोग इसी समृद्ध विरासत के संवाहक के रूप में समर्थन दे रहे हैं। क्षेत्र के लोगो को अहसास हो रहा है कि ताम्रध्वज साहू जैसे सांस्कृतिक प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व महासमुंद संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करें।
बता दे कि महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा सीटों में भी बड़ी सफलता कांग्रेस ने हासिल की थी। इस लोकसभा क्षेत्र के सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, राजिम, बिंद्रागढ़, कुरूद, धमतरी आदि विधानसभा क्षेत्रों में साहू समाज के मतदाताओं की बहुलता है। कांग्रेस सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री ताम्रध्वज साहू के खिलाफ भाजपा ने रूपकुमारी चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। पिछले चुनाव में भाजपा के चुन्नीलाल साहू की जीत में साहू मतदाताओं की बहुलता का बड़ा हाथ रहा। इस बार ताम्रध्वज साहू क्षेत्र के साहू मतदाताओं को अपने पाले में ला चुके हैं। इसके अलावा अगड़ा और दलित वर्ग का साथ भी उन्हे मिल रहा है।
1952 से स्थापित महासमुंद लोकसभा सीट अपने निर्माण काल से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है। यद्यपि 1971 में जनता दल के बृजलाल वर्मा ने पहली दफा इस कांग्रेसी गढ़ में सेंध लगाई थी। महासमुंद सीट पर विद्याचरण शुक्ल, अजीत जोगी, श्यामाचरण शुक्ल, पवन दीवान, जैसे बड़े नेता प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। आज 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस ने ताम्रध्वज साहू को अवसर दिया है। रूपकुमारी चौधरी उनके सामने अनुभवहीन प्रत्याशी मानी जा रही है। ताम्रध्वज साहू विषम हालातों के बीच दुर्ग सीट पर सरोज पांडे जैसे दिग्गज को पटकनी दे चुके है। चुनावी गणित के होनहार नेता कहे जाने वाले ताम्रध्वज साहू ने अपनी रणनीतियों से महासमुंद में हवा का रुख बदल दिया है। पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहने के दौरान ताम्रध्वज साहू ने महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की अधोसंरचना के विकास को गति दिया था। ओडिसा से लगे सीमाई क्षेत्रों की इंफ्रा स्ट्रक्चर विकसित करने में उनके उल्लेखनीय कार्य इस चुनाव में उनके लिए मददगार साबित हो रहे है। महासमुंद के कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ताओं का उन्हे बेहतर साथ मिल रहा है।