छत्तीसगढ़

चिरमिरी में राशन की कालाबाजारी, गैराज में मिला सरकारी चावल और चना

चिरमिरी में खाद्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. तहसीलदार ने खाद्य विभाग और पुलिस के साथ एक गैराज में छापामार कार्रवाई की.जिसमें पिकअप में लदे चावल और चना बरामद किए गए कालाबाजारी

एमसीबी / मनेंद्रगढ़- एमसीबी जिले के नगर पालिका निगम चिरमिरी क्षेत्र के डोमनहिल के नेहरू कॉलोनी में पीडीएस के राशन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. मुखबिर की सूचना पर तहसीलदार शशि शेखर मिश्रा ने शासकीय चना और चावल की कालाबाजारी करने वाले गिरोह को रंगे हाथ पकड़ा. जिनके पास से नब्बे क्विंटल चावल, दो सौ पच्चास किलो चना बरामद किया गया.

-गैरेज में मिला चना और चावल ….

एमसीबी जिले के चिरमिरी में सरकारी चना और चावल की जमकर कालाबाजारी हो रही है. स्थानीय‌ लोगों का आरोप है खाद्य विभाग के अधिकारी ही सेल्समेन के साथ सांठगांठ के माध्यम से चना और चावल की कालाबाजारी करते हैं. चिरमिरी के डोमनहिल पीडीएस दुकान में जो चना और चावल होना चाहिए वो एक गैराज से बरामद हुआ है.जिसे देखने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिना किसी के मिलीभगत के ऐसा हो पाना मुमकिन नहीं है.ये राशन किस पीडीएस दुकान का है इसकी भी जांच की जा रही है.

-क्या है हितग्राही का आरोप …

हितग्राही ने बताया कि एक हफ्ता पहले एक राशन दुकान में छापा मारे थे. एसडीएम साहब वहां चावल नहीं मिला था. 14 क्विंटल चावल यहां देखा जा रहा है.जो पिकअप में लदा हुआ है. पिकअप को अंदर में लोड करके रखा गया है. अब पकड़े जाने के बाद ये बहाना बना रहे हैं कि दुकान में काम चल रहा था.इसलिए चावल और चना को यहां रखा गया है.वहीं तहसीलदार ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

”हमको सूचना मिली कि एक जगह चावल और चना रखा हुआ है. हमने खाद्य अधिकारी, तहसीलदार और पुलिस की टीम ने जाकर वहां दबिश दी.एक गैराज में अंदर और बाहर में तीन गाड़ियों से 90 क्विंटल चावल और ढाई क्विंटल चना मिला है.जो हमें पीडीएस का प्रतीत हो रहा था. उसे हमने जब्ती किया है .आवश्यक वास्तु की अधिनियम से कार्यवाही जारी है

आपको बता दें कि पीडीएस दुकानों में गरीबों को ये कहकर लौटा दिया जाता है कि स्टॉक नहीं है.लेकिन हकीकत में जिन लोगों को गरीबों का पेट भरने की जिम्मेदारी दी गई है.वो ही कालाबाजारी करके चावल और चना कहीं और खपा रहे हैं।

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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