
रायपुर – अब निजी स्कूलों को भी 5वीं और 8वीं की केंद्रीकृत परीक्षा में हिस्सा लेना ही होगा। जिला शिक्षा कार्यालय ने इस बार सत्र शुरू होते ही साफ कर दिया है कि कोई छूट नहीं मिलेगी। पिछले साल 2024-25 सत्र से इन कक्षाओं की सेंट्रलाइज्ड परीक्षा फिर से शुरू की गई थी, लेकिन निजी स्कूलों ने इसका विरोध किया था। उनका कहना था कि सत्र शुरू होने पर इसकी जानकारी नहीं दी गई, इसलिए बच्चों की तैयारी नहीं हो पाई। कोर्ट में मामला गया और निजी स्कूलों को छूट मिल गई थी कि वे चाहें तो अपनी परीक्षा करा सकते हैं या सेंट्रलाइज्ड परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। नतीजा? कुछ ही स्कूल इस परीक्षा में शामिल हुए।
इस बार ऐसी कोई ढील नहीं होगी। शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि सरकारी और निजी, सभी स्कूलों के लिए सत्र के अंत में होने वाली सेंट्रलाइज्ड परीक्षा अनिवार्य है। हालांकि, यह अभी साफ नहीं है कि फेल होने वाले बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा या नहीं।
पिछले सत्र में कुछ निजी स्कूलों ने छग बोर्ड की मान्यता होते हुए भी सीबीएसई पाठ्यक्रम पढ़ाया और आखिरी वक्त पर छग बोर्ड की परीक्षा की बात कही, जिससे पालकों में नाराजगी थी। अब सेंट्रलाइज्ड परीक्षा के चलते छग बोर्ड वाले स्कूलों को उसी का पाठ्यक्रम फॉलो करना होगा।