Durg Rape-Murder Case: दुर्ग दुष्कर्म मामले में यादव समाज का फूटा ग़ुस्सा: कलेक्ट्रेट के बाहर दिया धरना,वहीं बौद्ध समाज के लोगों ने मोहन नगर थाना घेरा! पढ़े पूरी खबर
CBI जांच और 50 लाख के मुआवजे की उठाई मांग।

Durg Murder Case: छत्तीसगढ़ के एक दर्दनाक मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. दुर्ग ज़िले में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस हृदयविदारक घटना के बाद विभिन्न समाजों में भारी आक्रोश देखने को मिला. यादव समाज के सैकड़ों लोग इस घटना के विरोध में एकजुट होकर कलेक्टरेट पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया. वहीं,बौद्ध समाज के लोगों ने मोहन नगर थाना पहुंचकर अपनी चिंता और मांगें रखी.
यादव समाज के लोगों ने दिया धरना
यादव समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि जिस प्रकार से 6 साल की मासूम बच्ची के साथ अमानवीय कृत्य किया गया, वह पूरे समाज को अंदर से झकझोर देने वाला है. उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए मृतक बच्ची के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और उसकी मां को सरकारी नौकरी देने की मांग की. साथ ही, इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की अपील की गई है. यादव समाज के लोगों का कहना है कि पुलिस ने जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है, वह निर्दोष हो सकता है और उसे जबरन फंसाया जा रहा है. इसलिए वे निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं.
बौद्ध समाज के लोगों ने दी प्रतिक्रिया
बौद्ध समाज के प्रतिनिधियों ने मोहन नगर थाने पहुंचकर मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि लोगों को पुलिस और कानून पर भरोसा रखना चाहिए, न कि भावनाओं में बहकर हिंसा और तोड़फोड़ जैसा कदम उठाना चाहिए. उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची का शव एक कार में मिला था, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने गुस्से में आकर कार मालिक बादल के घर में आगजनी कर दी थी. इस आगजनी में पूरा घर जलकर खाक हो गया, साथ ही दो बाइक और एक अन्य वाहन भी जल गया. बौद्ध समाज के लोगों ने कहा कि यह कृत्य भी उतना ही गलत है, और वे सरकार से बादल को भी मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.
पुलिस ने दोषियों पर कार्रवाई की कही बात
कोतवाली थाना प्रभारी विजय यादव ने कहा कि यादव समाज के लोगों ने कलेक्टरेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही, निर्दोष को फंसाने की स्थिति में भी उचित कार्रवाई का भरोसा दिया गया है.
यह मामला अब न केवल कानून-व्यवस्था का मुद्दा बन चुका है, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी व्यापक चर्चा का विषय बन गया है. सभी की निगाहें अब सरकार और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हुई हैं.