दुर्ग : NHM की हड़ताल 27 वें दिन भी जारी,अपनी 10 सूत्री मांगो को लेकर है हड़ताल पर !

दुर्ग – छ. ग प्रदेश एन.एच.एम कर्मचारी संघ के बैनर तले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों की अनिश्चितकालिन हड़ताल आज 27 वे दिन भी जारी रहा,दुर्ग जिला अध्यक्ष डॉ आलोक शर्मा ने आगे जानकारी दी कि विगत 18 अगस्त से जारी अनिश्चितकालिन आंदोलन आज 27 वे दिन भी जारी है कल राजधानी में फैसला लिया गया था कि जब तक कोई बड़ी मांग हमारी पूरी नही होती तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा,चाहे उसके लिए कितने भी दिन हमे रोड में बैठना पड़े हड़ताल करना पड़े संविदा अवधि एक साल 2 साल का समझ आता है 20 -20 साल की संविदा अवधि समझ के बाहर है,हर मांग हड़ताल कर के ही पूरी करवाने की नौबत नही आनी चाहिए, सरकार का भी फर्ज है मानवीय दृष्टिकोण में भी कई जायज मांग खुद से पूरी करे,स्वास्थ्य विभाग अति आवश्यक सेवा के अधीन है तो स्वास्थ्य विभाग संविदा मुक्त होना ही चाहिये जिससे अगली बार इतने लंबे आंदोलन की जरूरत ही ना पड़े।
*हम सरकार का हिस्सा सरकार हमे वाजिब स्थान दे*
आगे संघ की उपाध्यक्ष दिव्या लाल ने कहा की जब हम सरकार की विभिन्न योजनाओं को जमीन तक पहुचाते है ,विभिन्न राष्ट्रीय पुरुष्कार सरकार को मिलता है तो सरकार क्यो हमारे साथ भेद भाव करती है।
*हड़ताल अवधि में 3 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथीयो की मौत*
संघ के सह सचिव चंद्रहास धनकर ने जानकारी दी कि पिछले 27 दिन में ही अलग अलग जिलो में हमारे 3 साथी काल कलवित हो गए बिना अनुकम्पा नियुक्ति के उनका परिवार रोड में आ चुका,घर चलाने के लिए हाथ फैलाने की नौबत आ चुकी हमारी हर मांग मानवीय दृष्टिकोण से भी जायज है ,और जायज मांगों को सरकार पिछले 20 साल से सिर्फ आश्वासन तक सीमित रखी है।
*ये है मांगे*
1.राष्ट्रीय शिक्षा मिशन की तरह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का स्वास्थ्य विभाग में संविलियन
2.ग्रेड पे निर्धारण
3.अनुकम्पा नियुक्ति, पेंशन,जॉब सेक्युरिटी जैसे अन्य राज्य में मिल रही आदि मूलभूत सुविधाएं।
अभी तक पक्ष विपक्ष सहित विभिन्न राजनीतिक ,समाजिक संगठनों का मिला है समर्थन
*आस्वासन नही आदेश चाहिए*
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ अमित मिरी ने कहा कि पिछले 20 सालों से हम आश्वासन पर हड़ताल स्थगित करते रहे है,संविदा अवधि एक साल 2 साल का समझ आता है 20 -20 साल का नही, इसी लिए हम इस पर आदेश निकलने तक हड़ताल को जारी रखेंगे,आश्वासन नही आदेश चाहिए संविदा मुक्त प्रदेश चाहिए का नारा प्रशस्त करने लगातार प्रयाश जारी है।