नदी में बाढ़ के चलते पुलगांव नाला की जलकुंभी इंटकवेल में फंसने से पेयजल आपूर्ति में हुआ असर

-महापौर अलका बाघमार ने निरीक्षण कर स्थाई हल के लिए वैकल्पिक प्लान बनाने के दिए निर्देश
दुर्ग – नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत विगत दो दिनों से लगातार हो रही है बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं और शिवनाथ नदी में आई बाढ़ व पुलगांव नाला का जलस्तर बढ़ने से नाले में जमे जलकुंभी व झिल्ली पन्नी नदी इंटकवेल में फंस रही है ईसका असर अब पेयजल सप्लाई में भी होने लगी है किंतु निगम के जलगृह विभाग द्वारा कर्मचारी लगाकर संप में फंस रहे कचरे को लगातार साफ कराई जा रही है वही जानकारी मिलने पर नगर निगम महापौर अलका बाघमार स्वयं शिवनाथ नदी का निरीक्षण करने पहुंची और नाले किनारे स्थापित 24 व 42 एमएलडी इंटकवेल में हर वर्ष बरसात के दिनों में नाले के कचरे फंसने के कारण पेयजल प्रभावित होने से रोकने वैकलिप प्लान बनाने के निर्देश अधिकारियो को दिए है।
इस दौरान जलगृह विभाग प्रभारी लीना दिनेश देवांगन वित् विभाग प्रभारी नरेंद्र बंजारे महिला बाल विकास प्रभारी शशि साहू पूर्व सभापति दिनेश देवांगन,डॉ देवनारायण तांडी पार्षद गोविंद देवांगन जल विभाग अभियंता मोहित मरकाम विनोद मांझी जलकार्य निरीक्षक नारायण ठाकुर मौजूद थे।
लगातार बारिश व मोगरा बैराज से पचास हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से शिवनाथ नदी माहमरा एनीकेट में तीन फीट से अधिक पानी चढ़ गया है और इधर पुलगांव नाला में भी जल स्तर बढ़ने से उसमें जमे गाद के साथ जलकुंभी व कचरा बहकर शिवनाथ नदी के किनारे स्थित नगर निगम के 24 व 42 एमएलडी इंटकवेल में बार फंस रही है जिसे साफ करने कर्मचारी लगातार मशक्कत कर रहे है किंतु इसका सीधा असर अब शहर में जलापूर्ति पर हो रही है क्योंकि संप का बार बार मोटर पम्प बंद होने से फिल्टर प्लांट तक पानी पहुंचने में दिक्कत होने लगी है यह समस्या अक्सर बरसात के दिनों में होती है इसे देखते हुए महापौर अलका बाघमार ने बरसो पहले नाला किनारे बनाए गए इंटकवेल को नदी के प्रवाह क्षेत्र में स्थापित करने वैकल्पिक प्रस्ताव के लिए प्लान के करने के निर्देश दिए है वही शहर की जनता से उनके स्वस्थ्य का ध्यान रखने की दृष्टि से बरसात के दिनों में पानी उबाल कर पीने की अपील की है ।