
*-जिले में खाद एवं खरीफ बीज का हो पर्याप्त भण्डारण
*-शासकीय भवनों में रेन-वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाने के दिए निर्देश
दुर्ग – संभाग आयुक्त एस.एन. राठौर ने आज संभागीय कार्यालय के सभाकक्ष में संभाग स्तरीय अधिकारियों की समय सीमा प्रकरणों की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने संभाग में खाद एवं खरीफ बीजों के भण्डारण एवं वितरण की जानकारी ली। संयुक्त संचालक कृषि द्वारा अवगत कराया गया कि संभाग अंतर्गत खरीफ बीज एवं खाद का पर्याप्त भण्डारण तथा किसानों को वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि संभाग के 533 सहकारी समितियों में युरिया, डीएपी, एसएसपी, एमओपी और एनपीकेएस 339638 टन उर्वरक का भण्डारण किया गया था। जिसमें से 312335 टन उर्वरक किसानों को वितरित किया जा चुका है। इसी प्रकार संभाग के 522 सहकारी समितियों में 109970.8 क्विंटल खरीफ बीज भण्डारण किया गया था। जिसमें से 107031.8 बीज किसानों को वितरित किया गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा डीएपी के विकल्प के रूप में नैनो युरिया तथा युरिया एवं सुपर फास्फेट को निर्धारित मात्रा में मिश्रित कर उपयोग में लाने की सलाह दी जा रही है।
संभाग आयुक्त राठौर ने संभाग के पहाड़ी क्षेत्रों में मिलेट्स फसलों की खेती को प्राथमिकता देने क्षेत्र के किसानों को प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने संभाग के स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता की जानकारी ली। संयुक्त संचालक शिक्षा द्वारा अवगत कराया गया कि संभाग के 90 प्रतिशत स्कूलों में पाठ्य पुस्तके उपलब्ध करायी जा चुकी है। संभाग आयुक्त ने स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति के साथ अध्यापन कार्यों में प्रगति लाने और विद्यार्थियों मेें अनुशासन पर जोर देने की बात कही। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी को संभाग अंतर्गत विद्यालयों में विद्यार्थियों के एडमिशन प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए। संभाग आयुक्त ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास मादक पदार्थों की बिक्री न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। एनसीसी, एनएसएस के विद्यार्थियों और पुलिस विभाग के संयुक्त प्रयास से जन जागरूकता अभियान चलाए जाए। संभाग आयुक्त राठौर ने निर्माण कार्य एंजेसी विभाग के अधिकारियों से सीसीएम चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित निर्माण कार्यों की अद्यतन प्रगति की जानकारी ली और स्वीकृत निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बरसात के मौसम में नदी नालों में बनाए गए एनीकट के गेट खोलने निर्देशित किया ताकि क्षेत्र में जल भराव की स्थिति निर्मित न होने पाए। आवश्यकता पड़ने पर जल संसाधन विभाग द्वारा गेट बंद कराया जाए। उन्होंने संभाग अंतर्गत जल संचयन को बढ़ावा देने सभी शासकीय भवनों एवं नव निर्माणाधीन भवनों में भी रेन-वॉटर हारवेस्टिंग सिस्टम प्राथमिकता से बनवाने अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में उपायुक्त उप आयुक्त (वि.) पदुम यादव सहित समस्त विभाग के संभाग स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।