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लालू यादव की सिंगापुर में सर्जरी: क्यू? विस्तार से जानिए।

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सोमवार को सर्जरी हो रही है. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अस्पताल से तस्वीर साझा की और लोगों से दुआ करने को कहा है. लालू यादव का ऑपरेशन सिंगापुर के माउंट एलिज़ाबेथ अस्पताल में हो रहा है. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ही पिता को किडनी डोनेट कर रही हैं.

रोहिणी आचार्य ने अपने पिता को किडनी दान करने पर कहा है – ”ये तो बस मांस का टुकड़ा है, जो मैं अपने पापा को देना चाहती हूँ.”

वहीं, लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने बताया कि ‘डॉक्टरों का कहना है कि परिवार में ही कोई सदस्य किडनी दे तो ज़्यादा बेहतर होता है. परिवार में और भी लोग उन्हें किडनी देना चाहते थे, लेकिन मेरी बहन रोहिणी ने जाँच कराई तो सबसे अच्छा मैच उन्हीं से हुआ…’

रोहिणी आचार्य आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की दूसरे नंबर की बेटी हैं. रोहिणी सिंगापुर में रहती हैं, जहाँ लालू प्रसाद के किडनी ट्रांसप्लांट की सर्जरी हो रही है.

  • बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की आज सर्जरी हो रही है
  • लालू यादव लंबे समय से कई बीमारियों से पीड़ित हैं
  • वह लंबे समय से डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां झेल रहे हैं
  • 75 वर्षीय लालू यादव को सिंगापुर के डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी.
  • लालू यादव फ़िलहाल चारा घोटाेा मामले में ज़मानत पर रिहा हैं.

 

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>माँ- पिता मेरे लिए भगवान हैं. मैं उनके लिए कुछ भी कर सकती हूँ. आप सबों के शुभकामनाओं ने मुझे और मजबूत बनाया है.<br><br>मैं आप सबके प्रति दिल से आभार प्रकट करती हूँ. आप सब का विशेष प्यार और सम्मान मिल रहा है. <br><br>मैं भावुक हो गयी हूँ. आप सबको दिल से आभार कहना चाहती हूँ. <a href=”https://t.co/ipvrXrFitS”>pic.twitter.com/ipvrXrFitS</a></p>&mdash; Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) <a href=”https://twitter.com/RohiniAcharya2/status/1591015043780706304?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 11, 2022</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

कैसे होती है जाँच?

एक व्यक्ति की किडनी ठीक तरह से काम कर रही है या नहीं, उसके लिए ग्लोमेरुलर फ़िल्टरेशन रेट या जीएफ़आर टेस्ट किया जाता है.

इस टेस्ट में मरीज़ के ख़ून के ज़रिए किडनी के कामकाज को देखा जाता है.

दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल में यूरोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग में निदेशक डॉक्टर वाहिद ज़मां के अनुसार, ”किडनी शरीर में ख़ून को फ़िल्टर करने का काम करती है. शरीर में किडनी दरअसल मूल रूप से पेशाब, अन्य तरल पदार्थों और शरीर में उत्पन्न होने वाले वेस्ट के लिए ख़ून को फ़िल्टर करती है.”

वे बताते हैं कि एक स्वस्थ व्यक्ति में किडनी के काम करने की क्षमता 90 मिलीलीटर/मिनट से ऊपर होनी चाहिए.

हालांकि उम्र के साथ ये कम होती रहती है, लेकिन अगर ये 15 मिलीलीटर/मिनट से नीचे जाए, तो डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की सलाह दी जाती है.

लेकिन डॉक्टर मानते हैं कि ऐसे मामलों में ट्रांसप्लांट सही रहता है.

 

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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