कांग्रेसछत्तीसगढ़जिलेवार ख़बरेंबीजेपीरायपुर

कांग्रेस का हल्लाबोल; हिडेनबर्ग मामले में ईडी दफ्तर का किया घेराव, पुलिस के साथ जमकर हुई झूमाझटकी, देखें फोटोज

रायपुर – छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आज गुरुवार को रायपुर के टिकरापारा सिद्दार्थ चौक पास जमकर विरोध प्रदर्शन किया। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सेबी अध्यक्ष को उनके पद से हटाने और इसकी जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से करवाने की मांग को लेकर कांग्रेसी सड़क पर उतरकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद ईडी दफ्तर का घेराव किया।

घेराव के दौरान पुलिस और कांग्रेसियों के बीच जमकर धक्कामुक्की और झूमाझटकी भी हुई। पुलिस के साथ तीखी नोक-झोंक भी देखने को मिली। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बैरिकेट्स तोड़कर ईडी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस कांग्रेस कार्यकर्ताओं को माइक से समझाती रही कि बैरिकेड्स न तोड़े पर कांग्रेसी नहीं माने और बैरिकेड्स तोड़कर ईडी कार्यालय का घेराव करने के लिए चल पड़े।

बाद में पुलिस ने दूसरे बैरिकेट्स पर उन्हें दोबारा बलपूर्वक रोक लिया और वहीं पर शांति से बैठकर विरोध जताने की बात कही। पुलिस कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से बैरिकेट्स नहीं तोड़ने की गुहार लगाती रही। इसके बावजूद कांग्रेसी कार्यकर्ता आगे बढ़े और बैरिकेडे्स तोड़कर ईडी कार्यालय की तरफ बढ़े, लेकिन पुलिस बल की भारी संख्या मुस्तैदी होने की वजह से वह ईडी दफ्तर तक नहीं पहुंच पाए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तर के सामने घेराव प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ईडी ने देशभर में 5 हजार 422 केस दर्ज किया है, जिसमें 300 केस छोड़ दे तो बाकी सभी केस विपक्ष के नेताओं का केस है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष को डराओ, धमकाओ और अपनी पार्टी में शामिल कर लो यह काम केंद्र की भाजपा की सरकार करती है। आज तक इस तरह ईडी और आईटी का दुरुपयोग कभी नहीं हुआ, लेकिन कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है। कांग्रेस पार्टी का एक विचारधारा है सत्य और अहिंसा पर चलना है। भाजपा की केन्द्र सरकार को ईडी और आईटी का दुरूपयोग को छोड़ देना चाहिये और उनके मूल काम पर लगा देना चाहिये। विपक्षी नेताओं यहां छापा मारकर परेशान किया जाता है।

उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई, आईटी से कांग्रेस पार्टी डरने वाली नही है और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से सबसे बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। कांग्रेस पार्टी केन्द्र सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ लड़ने को तैयार है हमारे कार्यकर्ता डरने वाला नही है। हमारा एक-एक कार्यकर्ता इस लड़ाई को लड़ेगा। बलौदाबाजार घटना में यूथ जिलाध्यक्ष, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष और दो बार के विधायक जेल में बंद कर दिया लेकिन कांग्रेस पार्टी डरने वाली नही है। हमारे नेताओं को जेल भेजोगे तो हमारे एक-एक कार्यकर्ता, पार्टी और हम सब मिलकर यह लड़ाई को लडेंगे। यह भाजपा की सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। जनता को भाजपा की सरकार पर भरोसा नहीं है। भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था बदहाल है। भाजपा सरकार मुद्दो को भटकाने के लिये कभी किसी की गिरफ्तारी और किसी के खिलाफ एफआईआर कराने का काम करती है।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आरोप लगाते हुए कहा कि सेबी के प्रमुख की सेबी अडानी के साथ मिलने का जो समाचार मिला उसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में जेपीसी की मांग की दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। जेपीसी की जांच नहीं करवाई क्योंकि हिर्डनबर्ग ने जो आरोप लगाये थे अडानी के ऊपर, अडानी के भाई के ऊपर और सेबी में जो अध्यक्ष हैं अडानी के साथ मिले हुये हैं। इसके संदर्भ में राहुल गांधी ने तीन मांगे रखी थी पहला सेबी प्रमुख इस्तीफा दे, दूसरा निवेशकों का पैसा जो गवाया गया है उसकी भरपाई कहां से करेंगे और जेपीसी जांच की मांग राहुल गांधी ने की थी। चाहे जंगल काटने का मामला हो संरक्षण अडानी को मिलता है। चाहे जमीने देने की बात हो संरक्षण अडानी को दिया जाता है। यहां के अनेक संस्थान जो बने है उसको अडानी को दिया जाता है। गरीब नौकरी करने वाले को कुछ नहीं मिला है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि दो महीने के भीतर में दो महीने में मोदी सरकार अब तो मोदी सरकार नहीं रही, अब तो एनडीए सरकार है। चार बार यूटर्न मार चुके हैं। डायरेक्ट भर्ती कर रहे थे, यूपीएससी कोई परीक्षा दिलाये बगैर खाकी वाले को वहां को सीधा पहुंचा देंगे। राहुल गांधी ने विरोध किया और विपक्ष दल के लोगों ने विरोध किया और 24 घंटे में उसको वापस करना पड़ा। यूट्यूब, सोशल मीडिया और मीडिया को कंट्रोल करने के लिये जो कानून ला रहे थे और विरोध को देखते ही उस कानून को वापस लेना पड़ा। चार-चार मामले वापस हो चुके हैं। एनडीए की सरकार बैसाखियों से टीकी पड़ी है। नीतीश बाबू के डर से निर्णय बदलेंगे, नायडू के डर से निर्णय बदलेंगे, चिराग पासवान के बोलने से बदल दिये। मोदी का छप्पन इंच का सीना नहीं चल रहा है। ईडी के अधिकारियो से कहना चाहता हूं कि अपना रवैया सुधार लें ये भरोसा नहीं कब साथ छोड़ दें। समय बदलते देर नहीं लगता। सरकार बदलते ही सुप्रीम कोर्ट के तीन जज के कमेटी बना के ईडी, सीबीआई, डीआरआई जो जांच कर रहे हैं, उनका जांच करायेंगे।

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button