क्राइम

मूसेवाला हत्याकांड : अजरबेजान में पकड़ा गया मास्टमाइंड सचिन बिश्नोई, भारत वापस लाने की तैयारी में पंजाब पुलिस….

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के आरोपी सचिन थापन बिश्नोई को अजरबैजान (Azerbaijan) में हिरासत में लिया है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि सचिन हत्या की साजिश को लेकर गोल्डी बराड़ के साथ लगातार फोन पर बातचीत कर रहा था. भारत सरकार के समर्थन से सचिन थापन को पकड़ा है.

 

सचिन थापन पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक है. ये फर्जी पासपोर्ट पर वारदात से पहले ही भारत से भाग गया था. सचिन थापन गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का खास है. इस मामले में पुलिस को गोल्डी बराड़ की भी तलाश है. इंटरपोल ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है.

 

[ अनमोल बिश्नोई की लोकेशन का भी पता चला ]

 

 

आरोपी को सचिन थापन दो हफ्ते से अजरबैजान की राजधानी बाकू में डिटेन किया हुआ है. अधिकारियों के मुताबिक, 31 मई को सचिन दुबई से अजरबैजान निकल गया था. मूसेवाला मर्डर केस में आरोपी सचिन बिश्नोई व अनमोल बिश्नोई कत्ल से पहले ही नकली पासपोर्ट पर विदेश फरार हो गए थे. सचिन को अब अजरबैजान में पकड़ा है. वहीं गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल की लोकेशन भी केन्या में मिल गई है. पंजाब पुलिस ने केंद्रीय विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर सचिन को भारत लाने की कार्रवाई शुरू कर दी है. हत्या के बाद सचिन ने सोशल मीडिया पर ये दावा किया था कि उसने ही गायक को मारा है.

 

 

[ फर्जी पासपोर्ट का इंटरनेशनल अलर्ट हुआ था जारी ]

 

 

लॉरेंस बिश्नोई ने पूछताछ के दौरान अनमोल बिश्नोई के अमेरिका जाने के बारे में बताया गया था. वहीं सचिन बिश्नोई मूसेवाला के मर्डर से एक महीना पहले ही 24 अप्रैल को दुबई चला गया था. दुबई के बाद वह अजरबैजान चला गया. वहां कुछ दिन रुककर उसे आगे किसी अन्य देश निकलना था, लेकिन मूसेवाला मर्डर केस के बाद फर्जी पासपोर्ट का इंटरनेशनल अलर्ट होने के कारण वह अजरबैजान में फंस गया.

 

 

[ एसआईटी ने चार्जशीट की है दाखिल ]

 

 

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को लेकर पुलिस ने चार्जशीट भी दाखिल की है. इसी सप्ताह अदालत में दायर विशेष जांच दल (एसआईटी) के 1850 पन्नों के आरोपपत्र के अनुसार, हत्या के एक दिन पहले मास्टरमाइंड गोल्डी बरार ने शार्पशूटरों को हत्या को अंजाम देने की सूचना दी थी क्योंकि पंजाब सरकार ने गायक मूसेवाला की सुरक्षा में कटौती की थी. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया, सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई, लिपिन नेहरा और गोल्डी बराड़ समेत 34 आरोपियों के खिलाफ 122 गवाहों की ये पहली चार्जशीट दाखिल की गई थी.

 

 

[ 29 मई को की थी मूसेवाला की हत्या ]

 

 

पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल की गई कोरोला और बोलेरो कारों सहित सात पिस्तौल, सात मोबाइल फोन और चार वाहन बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया है कि शूटर 25 मई को मूसा गांव के पास मानसा पहुंचे थे. पंजाब पहुंचने पर उन्हें कुछ हथियार मुहैया कराए गए. हत्या में एके सीरीज की राइफलों का इस्तेमाल किया गया था. बता दें कि, 29 मई को अपने पैतृक गांव मूसा से करीब 10 किलोमीटर दूर मानसा (Mansa) में पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

 

 

 

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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