दुर्ग जिले में 9 अगस्त सुबह से लेकर देर रात तक लगातार बारिश हुई। इसके चलते पूरा शहर पानी से तर हो गया। 15 घंटे से लगातार हो बारिश से जहां तापमान 6 डिग्री तक कम हुआ, तो वहीं शहर में पानी निकासी की व्यवस्था को लेकर निगम की पोल खुल गई। सुपेला मार्केट की सड़कें तालाब बन गई। दूर-दूर तक सड़कों की तरह पानी दिखाई दे रहा था। बुधवार को भी मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
दुर्ग जिले में मानसून इस बार मेहरबान है। यहां अब तक 603.2 मिमी बारिश हो चुकी है। विकासखंड वाइज अब तक हुई बारिश की बात की जाए तो सबसे अधिक बारिश दुर्ग विकासखंड में हुई है। भू-अभिलेख विभाग के अनुसार दुर्ग विकासखंड में सबसे अधिक 782.3 मिमी, पाटन में 625.2 मिमी और धमधा में 401 मिमी पानी गिर चुका है। बरसात के मौसम में दुर्ग जिले में 1123 मिमी बारिश होना सामान्य है। इस लिहाज से 54.4 फीसदी बारिश जिले में हो चुकी है। यदि इसी तरह दो तीन तक मौसम रहा तो यह आंकड़ा 70-80 फीसदी पहुंच सकता है।
भारी बारिश से कुछ इस तरह बचते लोग
चार साल में पहली बार 9 दिन के भीतर ट्विनसिटी में 251 मिमी पानी गिरा है। यह कोरोना काल के बाद अगस्त के शुरुआती दिनों में पानी गिरने का नया रिकार्ड है। साथ ही 24 घंटे के भीतर 41.2 मिमी बारिश हुई है, जो पिछले चार साल में 9 अगस्त तक गिरे पानी में सर्वाधिक है। वर्ष 2019 में 9 अगस्त तक 9 मिमी, 2020 में 40.4 और 2021 में 2.2 मिमी पानी गिरा था। ट्विनसिटी में इस सीजन का 54 प्रतिशत पानी गिर चुका। सामान्य स्थिति में 1 जून से 30 सितंबर तक दुर्ग-भिलाई में 1123 मिमी पानी गिरता है। 9 अगस्त तक 591.9 मिमी पानी गिरना चाहिए। अभी तक 610.5 मिमी पानी गिर चुका है, जो सामान्य से 3 फीसदी अधिक है।
दुर्ग जिले के रिसाली, मरोदा, रुआबांधा, शंकर नगर, उरला, संतराबाड़ी, शिक्षक नगर, गया नगर, गंजपारा, करगीडीह स्थित निचली बस्तियों में भी पानी भरा रहा। नालियों के ऊपर से पानी बहने की वजह से सड़कों पर गंदा पानी फैलता रहा। भिलाई शहर के सुपेला, चंद्र नगर, कोहका कैंप जामुल क्षेत्र में जल भराव देखने को मिला। यहां पानी का भराव इतना अधिक था सड़के पूरी तरह से डूब गई थीं।
लगातार बारिश से भिलाई शहर के तीनों अंडर ब्रिज चंद्रा-मौर्या चौक, प्रियदर्शिनी परिसर और नेहरू नगर पानी से डूब गए। यहां काफी अधिक जल भराव होने से वाहन चालकों को पावर हाउस नेहरू नगर ओवर ब्रिज का उपयोग करना पड़ा। इसके साथ ही सिरसा गेट और उरला में बने अंडर ब्रिज में भी पानी भर गया। इसकी वजह से लोगों को चरोदा होकर आना-जाना पड़ा।
रायपुर मौसम विज्ञान विभाग के मौसम वैज्ञानिक हरिप्रसाद चंद्रा ने बताया कि अभी एक अवदाब की स्थिति बनी हुई है। इसके प्रभाव से बुधवार को भी ट्विनसिटी में भारी बारिश के आसार हैं। इसे देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार मध्य रात्रि के बाद मौसम के खुलने के आसार हैं। 11 को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
9 अगस्त को अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच 6 डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा। न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस रहा। दोनों ही तापमान सामान्य से 3-3 डिग्री सेल्सियस कम रहा।