
रायपुर – छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल पर विवादों का साया गहरा गया है। रायपुर में दिए गए उनके बयान ने सिंधी और अग्रवाल समाज दोनों को भड़काया है। दरअसल, बघेल ने भगवान झूलेलाल, महाराजा अग्रसेन और पंडित दीनदयाल उपाध्याय को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद विरोध की लहर पूरे राज्य में फैल गई।
रायपुर से थाने तक बघेल के खिलाफ बवाल-
रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़फोड़ के बाद हुई सभा में बघेल ने कहा था “पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अग्रसेन महाराज की मूर्तियां क्यों नहीं टूटतीं? पाकिस्तानी सिंधी क्या जानते हैं भगवान झूलेलाल के बारे में?”
इस बयान ने धार्मिक और सामाजिक संगठनों को आक्रोशित कर दिया। अब मुंबई के ठाणे में बघेल के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। शिकायत उल्हासनगर निवासी कैलाश महेश सुखरामानी ने दर्ज कराई है, जिन्होंने कहा कि बघेल की टिप्पणी से सिंधी समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। ठाणे पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग में विरोध प्रदर्शन-
छत्तीसगढ़ के कई जिलों रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, दुर्ग और जगदलपुर में सिंधी और अग्रवाल समाज के लोगों ने सड़कों पर उतरकर अमित बघेल की गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भगवान झूलेलाल और महाराजा अग्रसेन पर टिप्पणी कर समाज की आस्था का अपमान किया गया है।
सोशल मीडिया पर #ArrestAmitBaghel ट्रेंड
विवाद बढ़ने के बाद ट्विटर (अब X) पर #ArrestAmitBaghel और #SindhiCommunity जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई सामाजिक संगठनों ने कहा कि इस तरह की बयानबाज़ी समाज में नफरत फैलाने वाली है।
बघेल बोले – “माफी नहीं मांगूंगा”
विवाद के बाद मीडिया से बातचीत में अमित बघेल ने कहा, “हम छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान के लिए खड़े हैं। दो चिन्हारी नहीं चलेगी। FIR से पहले समाज ने चर्चा क्यों नहीं की? हम किसी के दबाव में नहीं झुकेंगे।”
मूर्ति तोड़फोड़ से भड़का विवाद –
26 अक्टूबर को रायपुर के VIP चौक पर एक युवक ने छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ दी थी। इस घटना से पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया था। इसके विरोध में आयोजित सभा के दौरान बघेल ने विवादित बयान दिया, जिससे मामला और भड़क गया। अब राज्य और महाराष्ट्र दोनों जगहों पर पुलिस जांच और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया तेज़ हो गई है।



