Politics: टीएस सिंहदेव ने जताई CM बनने की इच्छा, अजय चंद्राकर ने दिया 1 दिन का ‘ऑफर’, छत्तीसगढ़ में गरमाई सियासत
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर एक बार फिर सियासत गरमाई हुई है. पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंह द्वारा मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताए जाने पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं.

CG Politics: छत्तीसगढ़ की सियासत में एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी का सुर गूंज रहा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने फिर से मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की है, जिसके बाद BJP ने मौका लपकते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा. अब इसे लेकर सियासत भी गरमा गई है.
गूंज रहा मुख्यमंत्री की कुर्सी का सुर
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में मुख्यमंत्री के कुर्सी की लड़ाई जमकर देखने को मिली. ढाई-ढाई साल के मुद्दे को लेकर कांग्रेस के अंदर जमकर खींचतान हुई. यह मामला दिल्ली दरबार तक पहुंचा, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एड़ी-चोटी का जोर लगाकर कुर्सी पर बने रहे. ऐसे में पूर्व उपमुख्यमंत्री का ख्वाब ख्वाब ही बनकर रह गया. जो समय समय पर बयानों के माध्यम से बाहर आ ही जाता है.
टीएस सिंहदेव ने जताई CM बनने की इच्छा
हाल ही में बिलासपुर में पत्रकारों से चर्चा करते TS सिंहदेव ने एक बार फिर ऐसा ही बयान दे दिया. छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा जाहिर कर दी, जिसके बाद BJP ने इस बयान को लपक लिया. प्रदेश के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने उन्हें एक दिन का मुख्यमंत्री बनाने तक की बात कह डाली.
मुख्यमंत्री ना बन पाने का दर्द
पूर्व मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव जब भी बयान देते हैं वह सुर्खियों में आ जाता है. बिलासपुर में दिए बयान के बाद इसे लेकर प्रदेशभर में चर्चा है. चर्चा इस बात को लेकर है कि मुख्यमंत्री ना बन पाने का दर्द आज भी टीएस सिंहदेव के सीने में दबा हुआ है. यही वजह है कि गाहे-बगाहे यह दर्द बयानों के रुप में बाहर निकल आता है. इस बार पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पर बीजेपी ने चुटकी ली है. वहीं, BJP के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अजय चंद्राकर ने जो बात कही वह अलोकतांत्रिक है. जाते-जाते एक दिन के लिए बना देना का मतलब क्या है. इसका मतलब ये संविधान को नहीं मानते.
छत्तीसगढ़ की सियासत में सीएम की कुर्सी पर चर्चा कोई नई नहीं है. ढाई साल के मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत में जमकर बवाल मचा रहा. उस दौरान नेताओं से लेकर विधायक तक दिल्ली में परेड करते नजर आए. अब जब सरकार चले गई है उसके बाद भी इसे लेकर प्रदेश की राजनीति में जमकर चुटकी ली जाती है. लेकिन हर बार जब टीएस सिंहदेव बोलते हैं. तो राजनीति का पारा चढ़ ही जाता है.