छत्तीसगढ़दुर्ग

आवासीय क्षेत्र उमदा में प्रदूषण फैला रहा क्रेशर प्लांट, नागरिकों ने औद्योगिक क्षेत्र में स्थानांतरण की मांग की

जनदर्शन में 92 आवेदन प्राप्त हुए

*सेवा सहकारी समिति कोडिया में बनाए रखने की किसानों ने की मांग

*-ग्राम अकतई में स्कूल भवन की शीघ्र मरम्मत करवाने दिया आवेदन

दुर्ग – जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर अभिजीत सिंह ने जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे चे जनसामान्य लोगो से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन मे पहुंचे सभी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन कार्यक्रम में डिप्टी कलेक्टर हितेश पिस्दा एवं उत्तम ध्रुव भी उपस्थित थे। जनदर्शन में अवैध कब्जा, आवासीय पट्टा, प्रधानमंत्री आवास, भूमि सीमांकन कराने, सीसी रोड निर्माण, ऋण पुस्तिका सुधार, आर्थिक सहायता राशि दिलाने सहित विभिन्न मांगों एवं समस्याओं से संबंधित आज 92 आवेदन प्राप्त हुए।

ग्राम पथरिया एवं सहगांव के समस्त किसानों ने सेवा सहकारी समिति को कोडिया में रखने आवेदन दिया। किसानों ने बताया कि वे कई वर्षों से खाद-बीज व कृषि ऋण का लेन-देन कोडिया समिति से ही करते आ रहे हैं और धान खरीदी केन्द्र कोडिया ही उनके लिए सुविधाजनक है। चूकि वर्तमान में नए धान खरीदी केन्द्र मेडेसरा प्रस्तावित है, जिसमें ग्राम पथरिया एवं सहगांव को भी जोड़ा जा रहा है जो दूरी में अधिक और असुविधाजनक है। इस पर कलेक्टर ने जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक को परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।

ग्राम पंचायत अकतई सरपंच ने प्राथमिक शाला भवन की मरम्मत करवाने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत अकतई तहसील पाटन के प्राथमिक शाला भवन की स्थिति जर्जर हो चुकी है। बारिश के दिनों में छत से पानी टपकने और मलबा गिरने की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है और हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी को सूचित किया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। सीईओ जनपद पंचायत को निरीक्षण कर तत्काल कार्यवाही करने को कहा।

वार्ड क्रमांक 06 उमदा के पार्षद एवं समस्त वार्डवासियों ने आवासीय क्षेत्र में क्रेसर प्लांट(बॉल मिल)स्थापित करने से हो रहे प्रदूषण की शिकायत की। वार्डवासियों ने बताया कि यह संयंत्र आवासीय क्षेत्र में बिना अनुमति के लगाया गया है, जिससे मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ पशुधन को भी नुकसान हो रहा है। रिहायशी इलाके में ऐसे प्रदूषणकारी प्लांट को अनुमति कैसे मिल गई। निवासियों ने संयंत्र को औद्योगिक क्षेत्र में स्थानांतरित करने की माँग की है, ताकि पर्यावरण और जनस्वास्थ्य की रक्षा हो सके। इस पर कलेक्टर ने क्षेत्रीय कार्यालय छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल को परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। जनदर्शन में नगर निगम, समाज कल्याण, खाद्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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