छत्तीसगढ़दुर्गदुर्ग-भिलाई विशेष

गृह मंत्री विजय शर्मा ने दुर्ग की समीक्षा बैठक में श्रद्धा की नवाचार यानि( बर्तन बैंक) की सराहना की- अधिकारियों से बोले-काम बोलता है..

भिलाई – दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा जिले की समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सभापति व बर्तन बैंक की संस्थापिका,बर्तन वाली दीदी के नाम से मशहूर श्रद्धा पुरेंद्र साहू को विशेष रूप से आमंत्रित कर बर्तन बैंक के बारे में जानकारी ली और इस नवाचार के लिए बर्तन बैंक की जमकर सराहना की। उन्होंने अधिकारियों के सामने श्रद्धा पुरेंद्र साहू की स्वच्छता के प्रति की गई पहल का उद्धाहरण देते हुए कहा कि नाम नहीं…काम बोलता है। हमारी महिला जनप्रतिनिधि विगत दस वर्ष से बर्तन बैंक को लेकर समर्पित होकर कार्य कर रही है। नो डिस्पोजल और नो प्लास्टिक कैंपेन में यह मील का पत्थर साबित हो रही है। यही कारण है कि अब प्रशासनिक स्तर पर भी बर्तन बैंक गांवों-गांवों में खोला जा रहा है।

जिले में 170 जगहों पर बर्तन बैंक की स्थापना-

गृह मंत्री विजय शर्मा ने बैठक में कहा कि बर्तन बैंक की स्थापना से धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रमों में सिंगल यूज प्ïलास्टिक, डिस्पोजल, प्लास्टिक के दोना-पत्तल से होने वाले कचरे से निपटा जा सकता है। जिस पर दुर्ग जिला पंचायत सीईओ बजरंग दुबे ने जानकारी देते हुए प्रभारी मंत्री को बताया कि जिले के 170 जगहों पर बर्तन बैंक की स्थापना की गई है। जिलेभर में बर्तन बैंक की स्थापना का प्रपोजल बनाया गया है। जल्द ही इसे अमल में लाया जाएगा। प्रभारी मंत्री शर्मा ने प्रदेश स्तर पर भी बर्तन बैंक को योजना में शामिल करने का आश्वासन दिया है।

पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान-

दुर्ग जिला पंचायत सभापति (उद्योग एवं सहकारिता समिति )श्रद्धा पुरेंद्र साहू ने कहा कि समीक्षा बैठक में उपस्थित माननीय उपमुख्यमंत्री एवं प्रभारी मंत्री विजय शर्मा जी, हमारे दुर्ग ग्रामीण के विधायक ललित चंद्राकर जी, दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव जी, वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन जी, साजा विधानसभा के विधायक ईश्वर साहू जी, जिला पंचायत की अध्यक्ष सरस्वती बंजारे जी, तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष जितेंद्र साहू जी, हमारे लोकप्रिय सांसद विजय बघेल जी एवं स्वच्छ भारत मिशन और शासन -प्रशासन एवं बर्तन बैंक की टीम के सहयोग से संभव हो पाया है जिसके लिए साहू ने कृतज्ञता व्यक्त की उन्होंने कहा कि

बर्तन बैंक की मुहिम जब मैंने शुरू की थी, तब एक गृहिणी थी। जनप्रतिनिधि बनने के बाद बर्तन बैंक की स्थापना को सरकारी योजना में शामिल किया जा रहा है तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। उन्होंने विशेष तौर पर बताया कि जिला पंचायत सदस्य का पद ग्रहण करने के बाद से ही दुर्ग जिले के कलेक्टर अभिजीत सिंह एवं जिला पंचायत के सीईओ बजरंग दुबे जी का विशेष सहयोग उन्हें मिलता रहा है जिसका परिणाम आज आप सबके सामने है जाने-अंजाने डिस्पोजल और प्लास्टिक के दोना-पत्तल से हम अपने पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे है। वैसे भी बर्तन हमारी गृहस्थी ही नहीं समाज का भी बड़ा हिस्सा है। पहले लोग एक-दूसरे के घर से बर्तन मांगकर घर में आए मेहमानों को भोजन परोसते थे। अब ये जगह डिस्पोजल आइटम ने ले ली है। जिससे होने वाले कचरे से धरती बंजर होती जा रही है।

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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