
अंबिकापुर – छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में साइबर ठगी का एक और गंभीर मामला सामने आया है। इस बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में पदस्थ सब इंस्पेक्टर आर. महेन्द्रन पिला के रामास्वामी (55 वर्ष) को ठगों ने “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर झांसे में लेकर 22 लाख रुपये की चपत लगा दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 5 जून 2025 को सुबह 9:23 बजे सीआरपीएफ कैंप, अंबिकापुर में ड्यूटी पर तैनात एसआई रामास्वामी को एक अनजान कॉल आई। कॉलर ने स्वयं को “रविशंकर, टेलीकॉम डिपार्टमेंट, भारत सरकार – दिल्ली कार्यालय” से बताया। कॉलर ने कहा कि उनके आधार कार्ड से सिम कार्ड जारी किया गया है, जिससे गैरकानूनी गतिविधियां हो रही हैं। कॉलर ने धमकी दी कि उनका सिम 2 घंटे में बंद कर दिया जाएगा और दिल्ली पुलिस में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।
डर के माहौल में एसआई को वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट की प्रक्रिया में रखा गया, और उनसे लगातार पूछताछ की जाती रही। इस दौरान ठगों ने उनके खिलाफ मामला दर्ज होने और गिरफ्तारी की बात कहते हुए भारी दबाव बनाया। भयभीत एसआई ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पत्नी के गहने गिरवी रखे और बेटे की एफडी तुड़वाकर अलग-अलग खातों में कुल ₹22,00,000/- की राशि ट्रांसफर कर दी।
इस घटना की रिपोर्ट पीड़ित ने गांधीनगर थाना अंबिकापुर में दर्ज कराई है। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता एवं आईटी एक्ट की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। मामले की विवेचना साइबर सेल के सहयोग से की जा रही है।
पुलिस अपील-
जिलेवासियों से अपील है कि किसी भी अनजान कॉल, विशेषकर जो खुद को सरकारी अधिकारी बताकर डरा-धमकाकर पैसे की मांग करें, उनसे सतर्क रहें। कोई भी संदिग्ध कॉल आने पर तुरंत नजदीकी थाना या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।