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7.7 तीव्रता के तेज भूकंप से हिला म्यांमार, बैंकॉक में गिरी बिल्डिंग, 25 लोगों की मौत, 43 दबे !

म्यांमार में 7.7 तीव्रता का तेज भूकंप आया है. इस भूकंप के झटके दिल्ली-NCR में भी महसूस किए गए हैं.

Earthquake: म्यांमार की धरती शुक्रवार को तेज भूकंप के झटकों से कांप उठी. म्यांमार के साथ-साथ थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर झटकों की तीव्रता 7.7 रही. भूकंप के कारण बैंकॉक में बिल्डिंग ढह गई. इसके अलावा भारत की राजधानी दिल्ली और NCR में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. बताया जा रहा है कि इस भूंकप के बाद अभी भी कई लोग लापता हैं.

म्यांमार में दो बार भूकंप के झटके

भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक भूकंप का एपिसेंटर म्यांमार के साउदर्न कोस्ट के सागाइंग के पास था. भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के GFZ भूविज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर था. इसी वजह से भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया है. जानकारी के मुताबिक 7.7 की तीव्रता से कुछ समय पहले भी एक बार भूकंप आया था.

3 की मौत, 43 लोग दबे

जानकारी के मुताबिक भूकंप के झटकों के कारण मची तबाही की वजब से 25 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 43 लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है.

भूकंप से भारी तबाही, ताश की तरह गिरी बिल्डिंग

बैंकॉक में भूकंप से भारी तबाही मच गई है. सोशल मीडिया पर बैंककॉक से कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें गगनचुंबी इमारतें भूकंप के झटकों की वजह से ताश के पत्तों की तरह ढहती नजर आ रही हैं. वहीं, कई इमारतें झुक गई हैं.

बैंकॉक में लगी इमरजेंसी

भूकंप से भारी तबाही के बाद थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने बैंकॉक में इमरजेंसी लगा दी है. साथ ही अलर्ट भी जारी किया गया है.

दिल्ली-NCR में भूकंप

म्यांमार में आए भूंकप का असर भारत में भी हुआ. शुक्रवार दोपहर को दिल्ली-एनसीआर में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में झटकों के कारण कई लोग घबराकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए. हालांकि, यहां कोई जनहानि नहीं हुई. दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में 15-20 सेकेंड तक झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार भूकंप का केंद्र म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ के पास स्थित था.

क्यों आता है भूकंप?

धरती की अंदरूनी सतह पर प्लेट्स मौजूद होती हैं. जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. ऐसे में जब ज्यादा दबाव बनता है तो यह प्लेट्स टूटने लगती हैं और ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं. इस कारण भूकंप आता है. पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं.

जानें भूकंप की तीव्रता के बारे में-

  • 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
  • 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है.
  • 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है.
  • 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं.
  • 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है.
  • 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
  • 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने से इमारतें गिर जाती हैं.
  • 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने से पुल तक गिर जाते हैं.

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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