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चैतन्य को नहीं मिला कोई नोटिस:ED ने किया मीडिया हाइप क्रिएट,नहीं गए ED ऑफिस!

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल आज ED दफ्तर नहीं जाएंगे. इसे लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है

CG News: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले (CG Liquor Scam) में ED की जांच की आंच छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के बेटे चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) तक पहुंच गई है. आज उनके ED दफ्तर जाने की बात सामने आ रही थी. लेकिन भूपेश बघेल ने इस बात को खारिज कर दिया है, उन्होंने नोटिस नहीं मिलने की बात कही है.

 

चैतन्य को नहीं मिला कोई नोटिस – भूपेश बघेल

 

पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें या उनके पुत्र को कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है, इसलिए उपस्थित होने का प्रश्न ही नहीं उठता. उन्होंने यह भी कहा कि यदि नोटिस आता है, तो वे जरूर जाएंगे.

 

ED ने किया मीडिया हाइप क्रिएट

 

बघेल ने आरोप लगाया कि ED का काम केवल मीडिया में हाइप क्रिएट करना और बदनाम करना है. उन्होंने भाजपा पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि सात साल पहले सेक्स सीडी कांड में उन्हें बदनाम किया गया था, लेकिन कोर्ट में मामला खत्म हो गया.

 

10 मार्च को ED ने मारा था छापा

 

10 मार्च को सुबह-सुबह ED की टीम पूर्व CM भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर पहुंची. इस कार्रवाई को लेकर ED की ओर से जानकारी दी गई कि PMLA के तहत सर्चिंग की गई है. यह सर्चिंग पूर्व CM भूपेश बघेल के आवास परिसर से संबंधित है, जिसमें उनके बेटे चैतन्य बघेल का आवास और चैतन्य के करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ ​​पप्पू बंसल का आवास भी शामिल है. ED ने जांच के दौरान पाया कि चैतन्य बघेल भी शराब घोटाले से उत्पन्न अपराध की आय के प्राप्तकर्ता हैं, जिसमें अपराध की कुल आय लगभग 2161 करोड़ रुपए है, जिसे विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निकाला गया है.

 

क्या करते हैं चैतन्य बघेल?

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल बेहद सादगी पूर्ण जीवन जीते हैं. MBA की पढ़ाई पूरी कर चुके चैतन्य कृषि क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. साथ ही रियल स्टेट का कारोबार भी करते हैं.

 

कैसे फंस गए चैतन्य बघेल?

 

पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ इस एक्शन के बाद अब वह भी शराब घोटाला केस में फंसते नजर आ रहे हैं. इस घोटाला मामले में पहले ही प्रदेश के पूर्व आबकारी मंत्री और वर्तमान में कोंटा के विधायक कवासी लखमा को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, रायपुर के पूर्व मेयर ऐजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर, पूर्व IAS अधिकारी अनिल टूटेजा और आबकारी विभाग के पूर्व MD एपी त्रिपाठी के खिलाफ एक्शन ले चुकी है.

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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