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रूस में भयानक विमान हादसा, पल भर में जल के ख़ाक हो गए 49 लोग

टिंडा से लगभग 15 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर विमान का जलता हुआ मलबा मिला. दृश्य इतना भयावह था कि बचाव दल भी कांप उठा. चारों ओर आग की लपटें उठ रही थीं और धुआं आसमान में फैल रहा था.

Plane Crash: रूस के सुदूर पूर्वी अमूर क्षेत्र में चीन की सीमा के पास एक यात्री विमान भयानक हादसे का शिकार हो गया, जिसमें सवार सभी 49 लोग काल के गाल में समा गए. यह सिर्फ एक विमान हादसा नहीं, बल्कि 49 परिवारों के सपनों का टूटना है, 49 जिंदगियों का असमय थम जाना है.

सुबह के समय, साइबेरिया की अंगारा एयरलाइंस का एक एंटोनोव एन-24 विमान ब्लागोवेशचेंस्क शहर से टिंडा कस्बे की ओर उड़ान भर चुका था. यह विमान कोई नया नहीं था, इसका निर्माण 1976 में हुआ था. यानी यह करीब आधी सदी पुराना था. विमान में 43 यात्री और 6 अनुभवी चालक दल के सदस्य सवार थे. इन यात्रियों में पांच मासूम बच्चे भी थे, जो शायद छुट्टियों पर जा रहे थे या अपने परिजनों से मिलने. हर कोई अपनी मंज़िल की ओर बढ़ रहा था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था.

ATS से टूट चुका था संपर्क

जैसे ही विमान टिंडा से कुछ किलोमीटर दूर पहुंचा, अचानक उसका हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) से संपर्क टूट गया. रडार स्क्रीन से वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गया. जैसे ही यह खबर फैली, पूरे रूस में हड़कंप मच गया. रूस की आपातकालीन सेवाएं तुरंत हरकत में आईं और बचाव हेलीकॉप्टर एमआई-8 ने लापता विमान की तलाश शुरू की.

पहाड़ पर मिला जलता हुआ मलबा

तलाश ज्यादा देर नहीं चली. टिंडा से लगभग 15 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर विमान का जलता हुआ मलबा मिला. दृश्य इतना भयावह था कि बचाव दल भी कांप उठा. चारों ओर आग की लपटें उठ रही थीं और धुआं आसमान में फैल रहा था. शुरुआत में ही यह आशंका जताई जा रही थी कि शायद इस हादसे में कोई नहीं बचा. क्षेत्रीय गवर्नर वासिली ओरलोव ने दुखद पुष्टि की कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान में सवार सभी 49 लोग मारे गए हैं. इस खबर ने लाखों दिलों को तोड़ दिया.

उठते सवाल और अनसुलझे रहस्य

यह हादसा कई गंभीर सवाल खड़े करता है. क्या पुराने विमानों की सुरक्षा पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया? एक 1976 में बने विमान को इतनी बड़ी यात्रा के लिए अनुमति क्यों दी गई? क्या कोई तकनीकी खराबी थी या मानवीय भूल? रूस की जांच एजेंसियां, जिसमें रूसी जांच समिति भी शामिल है, तुरंत हरकत में आ गईं और इस हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है. ब्लैक बॉक्स की तलाश जारी है और यह उम्मीद की जा रही है कि वह इस रहस्य से पर्दा उठाएगा.

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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