सड़क दुर्घटना में देर रात स्मृति नगर चौकी प्रभारी की दर्दनाक मौत, जाने कब,कहाँ और कैसे हुआ हादसा।

भिलाई: पुलिस महकमे से एक दुखद खबर सामने आ रही है। स्मृतिनगर भिलाई पुलिस चौकी प्रभारी युवराज देशमुख की सड़क हादसे में मौत हो गई। वे ड्यूटी पूरी कर राजनांदगांव जा रहे थे। तभी सोमनी थाना क्षेत्र के पास ठाकुरटोला टोल प्लाजा में हादसा हो गया। हाइवे में ट्रक खड़ा हुआ था। जिससे युवराज देशमुख की पल्सर जा टकराई।
युवराज देशमुख हेलमेट भी पहने थे लेकिन हादसा इतना जबरदस्त था कि सिर व सीने पर चोटें खूब आई। खून ज्यादा बह गया था। आसपास के लोग तत्काल राजनांदगांव जिला अस्पताल लेकर गए। जहां आधे घंटे बाद उपचार के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हाइवे में लगातार ट्रकों का खड़ा रहना अक्सर हादसे की वजह बनी है।
घटना रात 11.30 बजे के आसपास की बताई जा रही है। रात 12 बजे अस्पताल में उनकी मौत हो गई। सरल और मिलनसार पुलिस अधिकारी की मौत से पुलिस महकमे में शोक की लहर है। स्मृतिनगर पुलिस चौकी में लगातार वे सक्रिय रूप से बेहतर काम कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक युवराज देशमुख का परिवार राजनांदगांव में ही रहता है। उनका घर भी वहीं है। भिलाई से अधिक दूरी न होने के चलते वे अक्सर भिलाई से राजनांदगांव बाइक से जाया करते थे। रविवार को भी काम खत्म करके रात 11 बजे वे बाइक सीजी 07 बीवाय 9537 से राजनांदगांव के लिए निकले थे। रात 11.30 बजे सोमनी थाने के पास वो सामने खड़े ट्रक को देख नहीं पाए और उनकी बाइक उसमें घुस गई। अधिक स्पीड में सीधे ट्रक से टकराने में उनका हेलमेट और बाइक बुरी तरह टूट गए। सिर और चेहरे में गहरी चोट आने से वो वहीं बेहोश हो गए। सूचना मिलते ही सोमनी पुलिस ने उन्हें राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। वहां उपचार के दौरान रात्र 12:00 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
कई बड़े केस को किया था सॉल्व –
युवराज दुर्ग पुलिस में एसआई के पद पर कार्यरत थे। उनकी कार्य क्षमता और तेज पुलिसिंग के चलते ही उन्हें दुर्ग जिले का सबसे संवेदनशील और पॉश कॉलोनी क्षेत्र में स्थित स्मृति नगर चौकी का प्रभार दिया गया था। चौकी में रहते हुए युवराज ने सिंगर की किडनैपिंग, महादेव एप सहित कई बड़े मामलों को सुलझाने में अपनी कार्य कुशलता का परिचय दिया था ।
एसपी दुर्ग ने जताया शोक –
एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव का कहना है कि दुर्ग पुलिस ने एक अच्छा पुलिस अधिकारी खो दिया है। युवराज का कार्य काफी सराहनीय था। उसने कई बड़े मामले साल्व कराए हैं। उसकी कार्य कुशलता की बदौलत ही उसे स्मृति नगर चौकी का प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी।