रात 12 बजे उफन गई शिवनाथ … झोपड़ी में भरने लगा पानी … 12 घंटे बाद भी कोई राहत नहीं … न भोजन मिला, न पानी …
दुर्ग। देर रात शिवनाथ नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद आज दुर्ग शहर में बाढ़ का पानी भरने लगा। गंजपारा में पुलगांव नाला ब्रिज तक पानी भर गया। आज दोपहर 1 बजे हालत ये है कि महमरा एनीकट के ऊपर 14 फीट पानी बह रहा है। शिवनाथ मुक्तिधाम की ओर जाने वाले मार्ग के दोनों ओर खेत पर करीब तीन से चार फीट तक पानी भरा है। दोपहर के समय पुलगांव के थोक कपड़ा मार्केट में भी पानी भरने की खबर मिल रही है। दुर्ग से पुलगांव होते हुए राजनांदगांव की ओर जाने वाले मार्ग पर आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया है।
नदी तट पर रहने वाले डेढ़ दर्जन परिवारों के सदस्यों ने बताया कि रात 12 बजे के बाद उनकी झोपड़ी में पानी तेजी से भरने लगा। फिलहाल उनके रहने की व्यवस्था वृंदावन गार्डन रेस्टारेंट के बरामदे में की गई है। प्रशासन के आपदा प्रबंधन का हाल ये है कि दोपहर 1 बजे तक प्रभावित परिवारों की सुध लेने नगर निगम या जिला प्रशासन का कोई भी अफसर नहीं पहुंचा। विधायक अरुण वोरा ने यहां पहुंचकर पार्षद के साथ प्रभावित परिवारों को भोजन के पैकेट का वितरण किया। पीड़ित परिवारों ने बताया कि झोपड़ी में रखा अनाज व अन्य सामग्री पानी में डूबने से उन्हें काफी नुकसान हुआ है।
वृंदावन गार्डन रेस्टॉरेंट के बरामदे में करीब 70 लोगों को ठहराया गया है। छोटे से बरामदे में दर्जन भर परिवारों ने जागते हुए रात काटी। उनके ठहरने की व्यवस्था देखने वोरा घुटनों तक पानी में बरामदे तक चले गए।
महिलाओं ने गुहार लगाई … सुबह से कुछू नई खाए हन अरुण भैया … वोरा ने यहां 50 भोजन के पैकेट बांटे और बचे लोगों को भोजन के पैकेट लाने की व्यवस्था करने पार्षद पति से कहा।
राधास्वामी सत्संग परिसर में गेट के भीतर परिवार। गेट के पास घुटनों तक पानी भरा है … भीतर करीब चार फीट पानी भरा है। वोरा ने सावधानी बरतने और जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षित स्थान पर जाने की नसीहत दी।
पानी भरा है। मस्ती जारी है। कोई रोकटोक नहीं। हादसे हो सकते हैं।
न पर्याप्त पुलिस बल तैनात, न रोकटोक : हो सकते हैं हादसे राजनांदगांव रोड पर नदी में बने पुल के पास बेरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मिनीमाता चौक के पास भी बेरिकेडिंग की गई है। सैकड़ों लोगों की भीड़ बेरिकेडिंग क्रास कर सेल्फी लेने जा रही है। गुरुद्वारा के पास पुलिस विभाग का केवल एक सिपाही तैनात है। यहां पुलिस विभाग का अतिरिक्त स्टाफ तैनात करने की जरूरत बताई गई है। राधा स्वामी सत्संग परिसर के बाजू में पानी के तेज बहाव में दर्जन भर से ज्यादा युवक और बच्चे पानी में कूद रहे थे। हादसे का खतरा होने के बावजूद कोई रोकटोक करने वाला नहीं।