दिल्ली नगर निगम चुनाव में बुधवार को आम आदमी पार्टी ने 134 सीटों पर जीत हासिल कर नगर निकाय पर बीजेपी की 15 साल की पकड़ को (7 दिसंबर) खत्म कर दिया. कांग्रेस की नौ सीटों की तुलना में 250 वार्डों के एमसीडी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 104 सीटें जीतीं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी चुनाव में जीत के बाद सार्वजनिक सुविधाओं को उन्नत करने के अपने दृढ़ संकल्प को रेखांकित किया और केंद्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनका समर्थन मांगा.
हालाँकि पार्टी को मुस्लिम-बहुल क्षेत्रों में लोकप्रिय समर्थन का प्रत्याशित स्तर प्राप्त नहीं हुआ था, आम आदमी पार्टी को इस चुनाव में मुस्लिम-बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं से महत्वपूर्ण मात्रा में समर्थन प्राप्त करने का अनुमान था. मुसलमानों के बहुमत वाली छह विधानसभाओं में, आम आदमी पार्टी 23 में से केवल 8 वार्डों में ही जीत हासिल कर पाई थी.
- बल्लीमारान के 3 वार्डों में 2 पर आम आदमी पार्टी और एक पर बीजेपी ने जीत दर्ज
- मुस्तफाबाद विधानसभा के सभी पांच वार्ड में आम आदमी पार्टी को हार का समाना करना पड़ा
- सीलमपुर विधानसभा के सभी 4 वार्ड में आम आदमी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा
- ओखला विधानसभा के 5 वार्ड में से 4 वार्ड पर आप हारी, उसे सिर्फ 1 सीट पर जीत मिली
- मटिया महल विधानसभा के सभी 3 वार्ड पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली
- वहीं चांदनी चौक विधानसभा के सभी 3 वार्ड आम आदमी पार्टी ने जीत लिए हैं
रिजल्ट के बाद क्या बोले केजरीवाल –
वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नगर निकाय को भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी से छुटकारा मिलेगा. केजरीवाल ने कहा, हम सभी को दिल्ली की हालत सुधारनी है और मुझे BJP और कांग्रेस सहित सभी के सहयोग की जरूरत है.