छत्तीसगढ़दुर्ग पुलिसदुर्ग-भिलाई विशेष

भिलाई के म्यूजिक एलबम बनाने वाले युवक को सिमगा में आरोपियों ने उतारा था मौत के घाट…शव के 10 से अधिक कर दिए थे टुकड़े…6 गिरफ्तार; जानिए पुलिस की थ्योरी….

दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। दरहसल 17 अक्टूबर 2022 को एक युवक जिसका नाम नीलेश डहरे की लापता होने की उसके परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नीलेश 7 अक्टूबर 2202 से लापता था। युवक स्मृति नगर कालोनी में किराए के घर में रहता था और वह म्यूजिक एलबम बनाने का काम करता था।

{ म्यूजिक एल्बम बनाने वाले युवक की अपहरण कर हत्या.

दुर्ग पुलिस ने किया हत्या के मामले का खुलासा.

17 अक्टूबर को को परिजनों ने कराई थी मृतक नीलेश डहरे के गुम होने की कंप्लेन.

मृतक का नाम नीलेश डहरे.

मृतक स्मृति नगर कॉलोनी में रहता था.

किराये से म्यूजिक एलबम बनाने का करता था काम.

स्मृति नगर क्षेत्र से मृतक को अर्टिगा कार में उठाकर ले गये थे शातिर आरोपी.

सिमगा क्षेत्र के कचकोन गांव के नर्सरी में ले जाकर हत्या की वारदात को दिए अंजाम.

हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए शातिर आरोपियों ने मृतक के शव के करीब 10 से अधिक टुकड़े किए.

अलग-अलग चार बोरों में डालकर शव को डिस्पोजल करने का किया प्रयास.

एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देशन में एएसपी, सीएसपी के मार्गदर्शन में लगातार 72 घंटों से ज्यादा वक्त तक लगाया था कैंप.

मुखबीर की सूचना और तकनीकी साक्ष्य की सहायता से लिया 06 आरोपियों को हिरासत में.

घटना को वारदात को करना कबूल किए.

आरोपीगण की निशानदेही पर घटना स्थल से करीब 150 कि.मी. दूर मिला बोरे में भरा मृतक के धड़ का हिस्सा.

घटना में प्रयुक्त हथियार कुल्हाड़ी, डण्डा, चाकू, वाहन बरामद.

दुर्ग पुलिस ने सिमगा क्षेत्र के आदतन व कुख्यात आरोपी मोण्टू उर्फ अमरजीत के गैंग का किया पूरा सफाया.

घटना में प्रयुक्त हथियारों के अलावा दहशतगर्दी करने के लिये रखे हथियारों का जखीरा भी बरामद जिसमें नकली पिस्टल भी शामिल }

बताया जा रहा है की स्मृति नगर क्षेत्र से युवक को आरोपियों ने अर्टिका कार में उठाकर सिमगा क्षेत्र के कचकोन गांव के नर्सरी में ले जाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिये शातिर आरोपियो ने मृतक के शव के करीब 10 से अधिक टुकड़े कर अलग-अलग चार बोरों में डालकर शव को डिस्पोजल करने का प्रयास किया था। आरोपीगण के पूरे गैंग पकड़े जाने से आस-पास के ग्रामवासियों ने खुले शब्दों में भिलाई पुलिस की प्रशंसा की है तथा राहत की सांस ली है।

दुर्ग पुलिस द्वारा 72 घण्टो तक लगातार संचालित इस ऑपरेशन में थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में उप निरी. युवराज देशमुख, एल.एस. वर्मा, आरक्षक जुनैद सिद्दीकी, विकास तिवारी, तुषार, आशीष यादव, जयनारायण यादव की सराहनीय भूमिका रही है।

पुलिस ने बताया की 17 अक्टूबर 2022 को सुपेला थाना क्षेत्र के स्मृति नगर चौकी में नीलेश डाहरे के भाई ने सूचना दर्ज कराया कि इनका भाई नीलेश डाहरे जो स्मृति नगर कालोनी में किराए के मकान में रहता था। बतया जा रहा है की नीलेश 07 अक्टूबर से परिजनों का फोन रिसिव नही कर रहा था उसके बाद उसका फोन बंद हो गया था। युवक की जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने लापता की रिपोर्ट दर्ज कर युवक के तलाश में जुट गई।

सूचक ने बताया कि नीलेश पेशे से म्यूजिशियन है। वह म्यूजिक एलबम बनाने का कार्य करता है। पुलिस ने पता तलाश के दौरान आस-पास के लोगो व नीलेश के साथी मित्रो से पूछताछ किया पर कुछ भी पता नही चल पा रहा था। नीलेश की एक्टीवा भी गायब थी। मामले में कुछ संदेह होने से थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश शर्मा को अवगत कराया गया। मामले में किसी अप्रिय घटना घटित होने की आशंका पर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए टेक्नीकल साक्ष्यों का सहारा लिया गया। निलेश की कॉल डिटेल निकलवाने पर उसके अवलोकन पर काफी अजीब चीजें देखने को मिले।

थाना प्रभारी द्वारा तत्काल इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव तथा नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर निखिल राखेजा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी के नेतृत्व में सुपेला, चौकी स्मृति नगर की 8 सदस्य संयुक्त टीम का गठन कर पता तलाश में लगाया गया। टीम के द्वारा सिमगा के ग्राम कचकोन में ही कैम्प कर घटना से जुड़े व.सी.डी.आर. में मिले तथ्यों के आधार पर सूक्ष्य इन्वेस्टीगेशन हुए, मामले से जुड़े 6 संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया गया। सभी संदेही बहुत ज्यादा शातिर व अपराधिक प्रवृत्ति के लोग थे। पूरे क्षेत्र में इनके नाम का खौफ था। बहुत मशक्कत के बाद 6 में से 3 आरोपी टूट गये और नीलेश को भिलाई से अपहरण कर लाकर हत्या कर देना कबूल किया।

आरोपियों ने घटना कबूल तो कर लिया था परन्तु आरोपियों ने जो घटना का स्वरूप पुलिस को बताया वो पुलिस टीम को पच नहीं रही थी और न ही आरोपियो के निशानदेही पर मृतक का शव अथवा हथियार या कोई भी साक्ष्य बरामद नहीं हो पा रहे थे। पुलिस टीम के हाथ अब भी पूरी तरह से खाली थे।

इसी दौरान एक बड़ा अपडेट आया। पुलिस टीम को मुखबीर से कुछ महत्वपूर्ण सूचना मिली जिसके आधार पर आरोपियों से पुनः पूछताछ किये जाने पर आरोपियों ने घटना कबूल किया और बताया कि नीलेश से उक्त सभी आरोपियों का दोस्ती था। जो अपने फरारी के समय भी नीलेश के पास आकर ठहरते थे। टीम में आरोपियों के निशानदेही पर मृतक के शव का धड़ का भाग महासमुंद से करीब 150 कि.मी. दूर नेशनल हाईवे से लगे पहाड़ जंगल से बरामद कर लिया है।

आरोपियों ने अन्य हिस्सों को अलग-अलग जगह नदी में फेंकना की बात कहीं है। जिसकी तलाश अब भी जारी है। आरोपीगण द्वारा घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी, चाकू व डंडे आदि पुलिस ने बरामद कर लिये है। घटना में प्रयुक्त अर्टिका कार व मृतक की एक्टीवा भी आरोपीगण के कब्जे से बरामद कर लिया गया है। पुलिस टीम ने मामले में अब तक 06 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कुछ संदेही की तलाश अब भी पुलिस कर रही है। जिन्हें जल्द ही पकड़ लिया जायेगा।

घटना में शामिल आरोपी मोण्टू व वरूण से मृतक नीलेश ने करीब 1,60,000 रूपये भी ले रखे थे। साथ ही मोण्टू का एक एक्टीवा भी मृतक अपने पास रखा हुआ था, जो वो वापस नहीं दे रहा था। जब भी ये एक्टीवा लेने जाते थे तो नीलेश पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी देता था। इसी बात से नाराज होकर मोण्टू जो कि एक कुख्यात अपराधी है। अपने गैंग के वरूण, भोजराम व अन्य के साथ मिलकर किराये की एक अर्टिका कार बुक कर भिलाई आकर मृतक नीलेश को दिनांक 07 अक्टूबर 2022 को अपहरण कर ग्राम कचकोन (सिमगा) में एक नर्सरी में ले जाकर मारपीट कर हत्या किया गया।

हत्या करने के बाद मनीष निवासी कचकोन के घर लाकर मृतक के शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर उन्हें अलग-अलग चार बोरों में भर कर अलग-अलग स्थानो पर डिस्पोज कर दिया। आरोपीगण से पूछताछ उपरांत वैधानिक कार्यवाही करते हुए कुख्यात आरोपी जिनके विरूद्ध आस-पास क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति कुछ भी बोलने से डरता है।

इसने अपने जैसे ही एक अपराधियों की गैंग बना रखी है जो इसके जैसे ही कट्टर अपराधी है। आरोपियों के गैंग के कब्जे से अलग-अलग जगहो से 2 नग नकली पिस्टल, तलवार, चाकू, फरसा और कई अलग-अलग तरह के हथियार बरामद किये गये है। जो संभवतः ये लोगो को डराने धमकाने व अपराध करने में उपयोग करते थे। आरोपीगण के पूरे गैंग पकड़े जाने से आस-पास के ग्रामवासियों ने खुले शब्दों में भिलाई पुलिस की प्रशंसा की है तथा राहत की सांस ली है।

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!