बिलासपुर – बिलासपुर में गुरुवार रात होटल इंटरसिटी में निर्वाचन के उड़नेदस्ते के छापा मारने पर जमकर हंगामा हुआ। उन्हें आशंका थी कि कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव और उनके समर्थकों ने कमरे में पैसे रखे हुए हैं। इन पैसों का इस्तेमाल चुनाव में किया जाना है। हालांकि जांच के बाद अफसरों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
दरअसल, देवेंद्र यादव अपने समर्थकों के साथ इंटरसिटी होटल में रुके हुए हैं। यहीं से उनकी चुनावी गतिविधियां भी संचालित हो रही हैं। गुरुवार रात होटल में एक रिटायर्ड अफसर की एनिवर्सरी पार्टी चल रही थी। इसी दौरान निर्वाचन की टीम ने छापा मारा। वहीं देवेंद्र यादव ने इसे तानाशाही और भाजपा का डर बताया है।
सशस्त्र जवानों को लेकर पहुंचे अफसर-
उड़नदस्ता में शामिल अफसर होटल पहुंचे, तब उनके साथ बड़ी संख्या में सशस्त्र जवान भी थे। बंदूकधारी जवानों ने होटल के गेट को बंद कर दिया और लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी। इसके बाद अफसर होटल के कमरों की तलाशी लेने पहुंच गए। हालांकि, जांच के दौरान टीम को कुछ नहीं मिला।
खबर मिलते ही होटल पहुंच गए देवेंद्र यादव-
वहीं होटल में छापा मारने की खबर मिलते ही देवेंद्र यादव भी अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। उन्हें भी जवानों ने बाहर ही रोक दिया। देवेंद्र यादव ने अफसरों से मिलने और बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। दूसरी ओर होटल का गेट बंद होने से हंगामा हो गया। हालांकि मामला बढ़ता देख अफसर निकल गए।
लोग बोले- ये कौन सी दादागिरी है
एनविर्सरी कर रहे वर्मा परिवार ने इसे अफसरों की दादागिरी बताई। उन्होंने कहा कि, रिश्तेदार आए, उन्हें गेट बंद कर बाहर रोक दिया गया। यह कौन सा नियम-कानून है। ये तानाशाही है। जिसके ऊपर छापा मारने आए, उसे देखिए, होटल का गेट क्यों बंद किया। उन्होंने अफसरों को पूर्वाग्रह से पीड़ित बताया।
देवेंद्र यादव ने कहा- भाजपा डर गई है-
इय कार्रवाई के बाद देवेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा इतनी डर गई है कि वो निर्वाचन और सीआरपीएफ की टीम भेज रही है। अगर आम लोगों को तकलीफ पहुंचाओगे तो डंडा मारकर भगाए जाओगे। आखिरकार अफसरों को भागना ही पड़ा। उन्होंने कहा कि, जो जांच करनी है कर लो, लेकिन तानाशाही नहीं चलेगी।