रायपुर । केंद्रीय जीएसटी की टीम ने सर्वेश कुमार पाण्डेय को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69(1) के तहत शनिवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा। सीजीएसटी रायपुर कर चोरों के खिलाफ और विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल करदाताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। अब तक फर्जी बिलिंग के संबंध में 17 गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार फर्जी चालान बनाने और केवल इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) पारित करने के उद्देश्य से बनाए गए 13 फर्जी फर्मों के एक नेटवर्क का हाल ही में भंडाफोड़ किया था। रैकेट के मास्टरमाइंड हेमन्त कसेरा को भी 4 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। आगे जांच करने पर यह पाया गया कि हेमंत कसेरा की फर्मों ने इस तरह की फर्जी आईटीसी की बड़ी मात्रा रायपुर में स्थित मेसर्स त्रिवेणी मेटालिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स श्री त्रिवेणी एंटरप्राइजेज को दी गई है। तदनुसार, इन फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
जांच करने पर यह पता चला कि न केवल उपर्युक्त 2 फ र्में बल्कि अन्य 4 फ र्में सर्वेश कुमार पाण्डेय द्वारा नियंत्रित और प्रबंधित की जाती हैं। दस्तावेजों, खातों और रिटर्न की गहन जांच के बाद यह पाया गया कि पाण्डेय ने न केवल हेमंत कसेरा से बल्कि कई अन्य जाली/फर्जी फर्मों से भी फर्जी बिल खरीदे हैं। अब तक की जांच मे 71.38 करोड़ रुपये की फर्जी आईटीसी का पता चल चुका है, जिसका लाभ पाण्डेय ने जीएसटी से बचने के इरादे से लिया था।