निगम अमला पहुँचा था कार्यवाही करने, वाद-विवाद के बीच मामला बिगड़ा, ग़ुस्साए दुर्ग ट्रक मालिक संघ ने किया धमधा बेमेतरा मार्ग पर चक्का जाम ।
दुर्ग – प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दुर्ग दौरे के बीच आज दुर्ग ट्रक मालिक संघ ने दुर्ग धमधा बेमेतरा मार्ग पर चक्का जाम किया. मामला दरअसल 7 एकड़ जमीन को लेकर है. जिस पर ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि सन 2006 में यह जमीन उनको तत्कालीन महापौर सरोज पांडे द्वारा आवंटित किया गया था जिसे अब निगम अमला सरकारी जमीन बताकर उन्हें वहां से हटा रही हैं. आज सवेरे निगम की टीम करवाई करने पहुंची तब ट्रांसपोर्टरों और निगम अमला के बीच काफी गहमागहमी देखने को मिली, फोटो का कहना था कि निगम के द्वारा पूर्व में कोई नोटिस हमें नहीं दिया गया और अचानक आ जा कर कार्रवाई करने लगी है, जिसको लेकर ट्रांसपोर्टरों ने दुर्ग धमधा मार्ग पर ट्रक लगाकर चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. जिसको संभालने में करीब 4 थाने के टीआई के साथ ही एडिशनल एसपी खुद वहां पहुंचे बहुत मशक्कत के बाद चक्का जाम खुलवाया जा सका.
आज सवेरे निगम की टीम दुर्ग धमधा मार्ग पर ट्रक मालिक संघ के जमीन पर कार्रवाई करने पहुंची तो वहां काफी हंगामा हुआ, कार्रवाई को लेकर ट्रांसपोर्टरों ने किया विरोध प्रदर्शन. करीब 20 साल से चला रहे कार्यालय को हटाने निगम प्रशासन का अमला पहुंचा था , राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने इनको दी थी जगह, जिसको लेकर ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि 7 एकड़ की जमीन पर करीब 4 एकड़ पर भू माफिया द्वारा शासकीय जमीन को कब्जा करने का आरोप लगाया. चक्का जाम के बीच ट्रांसपोर्टरों का कहना था कि महापौर और आयुक्त जब तक खुद नहीं आ जाते तब तक रहेगा चक्का जाम.
दरअसल ट्रांसपोर्टरों का कहना था कि बिना किसी नोटिस के निगम की टीम करवाई करने पहुंच गई, तोह वही अतिक्रमण हटाने गए अधिकारियों का कहना है कि उन्हें 20 तारीख का नोटिस दे दिया गया था बोर्ड हटाने को लेकर जिसके बाद भी आज तक बोर्ड नहीं गया जिसको लेकर आज निगम की टीम रिपोर्ट हटाने के लिए पहुंची थी जिसको लेकर ट्रांसपोर्टरों ने विरोध किया.
जिसके बाद ट्रांसपोर्टरों द्वारा दोपहर के वक्त मुख्य मार्ग पर चक्का जाम किया गया जिसके बाद काफी मात्रा में पुलिस बल का प्रयोग कर चक्का जाम को खुलवाया गया, जिसके बाद 5 लोगों की ट्रांसपोर्टरों की टीम और निगम प्रशासन के बीच एक मीटिंग फिक्स किया गया. अब देखने वाली बात या होगी की मीटिंग के बाद क्या निकल कर सामने आता है ट्रक मालिक संघ और निगम प्रशासन के बीच बात बनती है या मामला और बिगड़ कर सामने आता है।