
छात्र राजनीति से आए थे कांग्रेस में, सीएम भूपेश के युकां अध्यक्षीय कार्यकाल में रहे महामंत्री
दुर्ग। कसारीडीह वार्ड क्र.-42 के पूर्व पार्षद संजय सिंह ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे का कारण पार्टी में जमीनी व सक्रिय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को बताया है। सन 1986 में छात्र राजनीति से कांग्रेस में आए संजय सिंह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दुर्ग जिला ग्रामीण युवा कांग्रेस के अध्यक्षीय कार्यकाल में महामंत्री पद को सुशोभित कर चुके हैं। इसके अलावा वे खैरागढ़ विधायक स्व. देवव्रत सिंह के प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्षीय कार्यकाल में प्रदेश उपाध्यक्ष व कांग्रेस संगठन के अन्य पदों पर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर चुके हैं। उनकी पत्नी भी कसारीडीह वार्ड की पार्षद रह चुकी है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के ठीक 4 महीने पहले पूर्व पार्षद संजय सिंह के इस्तीफे को दुर्ग शहर कांग्रेस संगठन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।पूर्व पार्षद श्री सिंह ने अपने इस्तीफे से दुर्ग कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गया पटेल को अवगत करा दिया है। सौंपे गए इस्तीफा पत्र में पूर्व पार्षद संजय सिंह द्वारा कहा गया है कि दुर्ग कांग्रेस संगठन लगातार मेरी उपेक्षा कर रही है। मेरे द्वारा जनहित को लेकर गरीबों को विधायक निधि से स्वेच्छानुदान राशि, इलाज के लिए सहायता राशि, वार्ड के बच्चों का स्कूल में प्रवेश, बेरोजगारों को गुमटी दिलाने, प्लेसमेंट में भर्ती के लिए स्थानीय नेताओं से आवेदन एवं निवेदन किया गया था, लेकिन राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद मेरे द्वारा बताए गए एक भी जनहित के कार्य को पूरा नहीं किया गया। इसलिए मैंने दुखी मन से अपने आप को कांग्रेस पार्टी की मुख्यधारा से अलग करना ही उचित समझा है।