दुर्ग रायपुर नाका स्थित अंडर ब्रिज खोले जाने को लेकर बवाल, पार्षद अरुण सिंह के साथ उसके सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंचे अंडर ब्रिज चालू करवाने, पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हुई थी झूमा झटकी, लाठी भी लहराई, पार्षद समेत कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी…..
दुर्ग रायपुर नाका स्थित अंडरब्रिज खोले जाने को लेकर पहले सांसद विजय बघेल फिर वार्ड 21 पार्षद अरुण सिंह द्वारा पहले चेतावनी दी गई कि सरकार 15 तारीख तक रायपुर नाका अंडर ब्रिज पर आम लोगों के लिए आवाजाही शुरू कर दे नहीं तो, वह खुद बैरिकेड हटा आम लोगों के लिए आवाजाही चालू कर देंगे.. आज 15 तारीख है और जैसे कि अरुण सिंह ने चेतावनी दी थी ठीक वैसा ही हुआ आज वार्ड पार्षद अपने समर्थकों के साथ रायपुर नाका अंडर फ्रिज का बैरी गेट हटाने की कोशिश करने लगे, पुलिस के साथ काफी छीना झपटी हुई और आखिरकार अरुण सिंह ने अपने समर्थकों के साथ गिरफ्तारी देकर विरोध प्रदर्शन को बंद किया.
दरअसल रायपुर नाका स्थित रेलवे अंडर ब्रिज
लगभग बनकर तैयार हो गया है। बावजूद
इसके इसे शुरू नहीं किया जा रहा।
तुष्टिकरण की राजनीति के चलते इसका
लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा
है। 20 दिन पहले सांसद विजय बघेल ने
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 15
सितंबर तक डेड लाइन दी थी। इधर
लोक निर्माण विभाग और रेलवे के
अधिकारी अब भी इसे शुरू करने को
तैयार नहीं है। इसे देखते हुए वार्ड-21 से
पार्षद अरुण सिंह ने 15 सितंबर को
सुबह 11 बजे से इसे खोलने अल्टीमेटम
दिया था । अन्यथा खुद ही आवाजाही शुरू करने की बात कही थी. और ठीक है आज वैसा ही विरोध प्रदर्शन देखने को मिला.
इधर इस पूरे मामले में स्थानीय विधायक अरुण वोरा और मेयर धीरज बाकलीवाल भी कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिज का कुछ काम बाकी है। ऐसे में इसे शुरू किया
जाना खतरनाक हो सकता है। इसका
उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश
बघेल करेंगे। इसके बाद से मामले में
आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।