दुर्ग नगर निगम के जरुरी कागजात 10 रुपए किलो में कबाड़ी के पास, पार्षद नरेन्द्र बंजारे की जागरूकता से भांडा फूटा….!!
दुर्ग निगम में पुराने दस्तावेजों को गयानगर के एक कबाड़ी के पास 8 से 10 बंडल तक के दस्तावेज एक दिन पहले जब्त किए गए। एक बंडल में करीब 100 फाइलें थी। इस मामले की पूरी जांच होने से पहले इसकी गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आयुक्त प्रकाश सर्वे ने रिकार्ड रूम के सहायक अधीक्षक राजेंद्र साहू और भृत्य नरेश साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
राष्ट्रबोध को मिली जानकारी के अनुसार पार्षद नरेंद्र बंजारे की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई। इससे पहले एमआईसी मेंबर हामिद खोखर ने भी इसी तरह की शिकायत की थी, जिसके बाद दोनों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसमें भी दोनों कर्मचारियों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इधर इस पूरे मामले को गंभीर मानते हुए आयुक्त ने जांच के निर्देश दिए हैं।
साथ ही नियमत: एफआईआर की प्रक्रिया शुरू करने कहा है। निगम का रिकार्ड रूम करीब सालभर पहले शनिचरी बाजार से प्रशासनिक भवन में शिफ्ट किया गया। यहां रिकार्ड रूम बनाया गया। जहां दो कर्मचारियों को भी पदस्थ किया गया, लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। बहरहाल इस खुलासे के बाद जांच के निर्देश दिए गए हैं। रिकार्ड रूप से और कितने दस्तावेज गायब हैं, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
{ कई बड़े प्रोजेक्ट के महत्वपूर्ण दस्तावेज }
एक दिन पहले जो दस्तावेज मिले हैं, वह काफी अधिक संख्या में है। पार्षद ने जब गयानगर निवासी कबाड़ी से उक्त दस्तावेज की जानकारी ली, तो पता चला कि करीब 4 हजार रुपए में ये दस्तावेज उन्होंने 10 रुपए किलो के भाव से खरीदे। करीब 10 बंडलों में इन दस्तावेजों की जब्ती बनाई गई है। इसमें कई पुरानी और जरूरी फाइलें हैं। वर्ष 2002 में बने साइंस कॉलेज के प्रशासनिक भवन, ठगड़ा बांध के जल संसाधन विभाग के हस्तांतरण सहित अन्य कई ड्राइंग-डिजाइन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं। ये सभी तहसील कार्यालय के सामने प्रशासनिक भवन में रखे गए थे।
{ कागजात गायब करने का पुराना खेल }
दो महीने पहले एमआईसी मेंबर हामिद खोखर ने भी इसी तरह की शिकायत की थी। एक बोरी में निगम के दस्तावेज और स्व विवरणी मिले थे। इसके बाद मामले में संबंधित राजस्व विभाग के कर्मियों को नोटिस जारी की गई थी !